कोरोनावायरस के चलते सोना 1000 रुपए प्रति तोला महंगा हो सकता है

जयपुर में सोने के आयात में 10 फीसदी कमी, ज्वेलरी निर्यातक सोने पर इम्पोर्ट ड्यूटी में 4% कटौती की मांग कर रहे, कोरोनावायरस चीन में महामारी का रूप लेता है, तो अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोना 1,600 डॉलर प्रति औंस को पार कर सकता है
कोरोनावायरस के चलते सोना 1000 रुपए प्रति तोला महंगा हो सकता है
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न्यूज़- चीन में कोरोनावायरस पर जल्द काबू नहीं पाया तो घरेलू बाजार में सोना एक हजार रुपए बढ़कर 43,000 रुपए प्रति दस ग्राम तक पहुंच सकता है। दरअसल, दुनियाभर के निवेशकों की नजर कोरोनावायरस है। कोरोनावायरस चीन में महामारी का रूप लेता है, तो अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोना 1,600 डॉलर प्रति औंस को पार कर सकता है। इसके असर से घरेलू बाजार में सोना एक हजार रुपए प्रति दस ग्राम तक महंगा होने की आशंका है।

चीन की जीडीपी गिरने के आसार

विशेषज्ञों का कहना है कि कोरोनावायरस से चीन की जीडीपी में गिरावट के आसार हैं। इससे वैश्विक अर्थव्यवस्था की रफ्तार में भी कमी आएगी। ऐसे में सुरक्षित निवेश के लिए सोने की मांग बढ़ सकती है। इसका सीधा असर कीमतों पर होगा। उधर, सर्राफा ट्रेडर्स कमेटी, जयपुर के अध्यक्ष कैलाश मित्तल का कहना है कि एक फरवरी 2019 से अब तक जयपुर के जवाहरात उद्योग को लगातार झटके लगे हैं। इसके चलते पिछले दस महीने में घरेलू बाजार में आभूषण कारोबार 30 फीसदी तक घट चुका है। इसके मद्देनजर ज्वैलरी ट्रेड को बचाने के लिए राज्य सरकार को कदम उठाने चाहिए।

असर; मौजूदा वित्त वर्ष के दस महीने में जयपुर में सोना 28% महंगा

1. एक फरवरी, 2019 को पेश बजट में सोने पर इम्पोर्ट ड्यूटी को 10 से बढ़ाकर 12.5% करना। एक ही दिन में सोना 800 रुपए प्रति दस ग्राम महंगा।

2. ग्लोबल मार्केट में सोना 42,000 रुपए प्रति दस ग्राम के पार निकला।

3. सरकार विरोधी जन आंदोलन से सितंबर में हॉन्गकॉन्ग ज्वैलरी शो प्रभावित होने से निर्यातकों का करीब 500 करोड़ रुपए का कारोबार कम हुआ।

4. अब चीन से निकला कोरोनावायरस निर्यात और घरेलू कारोबार पर असर डाल रहा है।

जयपुर में शुद्ध सोने की कीमत 32,700 रुपए

सर्राफा ट्रेडर्स कमेटी के आंकड़ों के मुताबिक एक अप्रैल, 2019 को जयपुर में शुद्ध सोने की कीमत 32,700 रुपए प्रति दस ग्राम थी। जो 31 जनवरी तक 27.98 फीसदी बढ़कर 41,850 रुपए प्रति दस ग्राम तक पहुंच गई। वर्तमान में सोने के दाम 42,100 रुपए प्रति दस ग्राम है। ज्वैलरी इंडस्ट्री की मांग को पूरा करने के लिए मौजूदा वित्त वर्ष जयपुर में अनुमानित 40 से 45 टन सोना आयात किए जाने का अनुमान है। जबकि तीन साल पहले जयपुर में सालाना करीब 50 टन सोना आयात हो रहा था। लेकिन नोटबंदी, ज्यादा टैक्स और कीमतें ऊंची होने से आभूषण कारोबार में कमी के कारण जयपुर में सोना आयात 10 फीसदी से ज्यादा घट गया है। विशेषज्ञों के मुताबिक सोने पर ज्यादा इंपोर्ट ड्यूटी से कई ज्वैलर्स पड़ोसी देशों में ज्वैलरी की मैन्युफैक्चरिंग करा रहे हैं। जेम्स और ज्वैलरी निर्यातक सरकार से सोने पर इम्पोर्ट ड्यूटी में 4 फीसदी की कटौती की मांग की है।

टैक्स ने बढ़ाई तस्करी

जयपुर एयरपोर्ट पर 1 अप्रैल, 2019 से अब तक सोने की तस्करी के 18 मामले पकड़े गए हैं। 10.125 किलो सोना जयपुर लाया गया। 10 माह में पकड़े गए सोने की कीमत 3.64 करोड़ है। एक किलो सोने पर छह लाख रुपए से अधिक टैक्स होने के चलते तस्करी हो रही है। यह सोना जयपुर भी पहुंच रहा है। इसको आयातित सोने के मुकाबले कम दाम पर बेचा जा रहा है। इसका असर उन ज्वैलर्स पर पड़ रहा है, जो वैध तरीके से अपना कारोबार कर रहे हैं।

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