महाराष्ट्र में कोरोना महामारी कहर बरपा रही है। देश में महाराष्ट्र सबसे अधिक प्रभावित राज्य है। पिछले 24 घंटों में 58 हजार, 952 नए मामले सामने आए हैं। इसमें बुधवार को मुंबई में 9 हजार संक्रमित रोगियों की संख्या शामिल है। महाराष्ट्र का मुंबई शहर कोरोना का हॉटस्पॉट बना हुआ है। यहां कोविड-19 के मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही है। स्वास्थ्य व्यवस्था ध्वस्त होने लगी है। दवाओं, ऑक्सीजन, बेड की कमी है।पांच सितारा होटलों को कोविड केंद्रों में बदलने का फैसला किया है
राज्य सरकार और बीएमसी ने देश की वित्तीय राजधानी
मुंबई में कोरोना की बिगड़ती स्थिति को देखते हुए पांच
सितारा होटलों को कोविड केंद्रों में बदलने का फैसला
किया है। बीएमसी ने कहा कि शहर के दो पांच सितारा
होटल कोरोना के मरीजों के लिए तैयार किए गए हैं।
हालांकि, इन होटलों में कोरोना के गंभीर मरीज नहीं होंगे। केवल हल्के संक्रमण वाले रोगी यहां रहेंगे।
मुंबई नगर निगम (BMC) ने कहा कि महाराष्ट्र सरकार ने पाँच सितारा होटलों को कोविड केंद्रों में बदल दिया है। इन होटलों को निजी अस्पतालों के रूप में इस्तेमाल करने की मंजूरी दी गई है। कोरोना के मरीजों के लिए दोनों होटलों में कुल 42 बेड रखे गए हैं। मरीन ड्राइव में इंटरकांटिनेंटल होटल में 22 बेड का कोविड अस्पताल और बांद्रा कुर्ला कॉम्प्लेक्स (बीकेसी) के ट्राइडेंट होटल में 20 बेड स्थापित किये गये है। इन निजी अस्पतालों में गुरुवार से इलाज शुरू हो जाएगा। बीएमसी प्रमुख इकबाल सिंह चहल ने मीडिया को बताया कि मुंबई में कोरोनाके कारण अस्पतालों में बेड को लेकर कुछ समस्या है। ऐसी स्थिति में, राज्य सरकार ने चार-सितारा और पाँच-सितारा होटलों को कोरोना के मरीज़ों को खाली करके स्थानांतरित करने का फैसला किया है। इन होटलों में कोरोना के मरीजों का उचित इलाज किया जाएगा।
बीएमसी ने पिछले दिनों कहा था कि वेंटिलेटर और नॉन-वेंटिलेटेड इंटेंसिव केयर यूनिट (आईसीयू) के बेड लगभग भर गए हैं। 14 अप्रैल तक, उनके पास केवल 41 आईसीयू बेड बचे हैं। कोरोनाके 80 प्रतिशत मरीज शहर के अस्पतालों में बिस्तर पर हैं। जबकि 98 प्रतिशत आईसीयू बेड फुल हैं। बीएमसी ने कहा कि अगर शहर में बेड की जरूरत होती है तो आने वाले दिनों में कोरोना के मरीजों के लिए और अधिक बेड का इस्तेमाल किया जा सकता है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, बीएमसी ने 2000 बेड बढ़ाने की योजना बनाई है