UPSRTC की टैक्सी दिल्ली एयरपोर्ट से नोएडा गाजियाबाद के लेगी 10000 रुपए

कोरोना संकट के बीच लोगों को उनके घर तक पहुंचाने की कवायद लगातार चल रही है। दुनियाभर के अलग-अलग देशों में फंसे भारतीयों को वंदे भारत मिशन के तहत अलग-अलग विमानों से उन्हें भारत लाया जा रहा है।
UPSRTC की टैक्सी दिल्ली एयरपोर्ट से नोएडा गाजियाबाद के लेगी 10000 रुपए

न्यूज़- कोरोना संकट के बीच लोगों को उनके घर तक पहुंचाने की कवायद लगातार चल रही है। दुनियाभर के अलग-अलग देशों में फंसे भारतीयों को वंदे भारत मिशन के तहत अलग-अलग विमानों से उन्हें भारत लाया जा रहा है। ऐसे में अगर आप दिल्ली के इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट पहुंचते हैं और आप टैक्सी करना चाहते हैं तो आपको इसके लिए काफी पैसे खर्च करने पड़ेंगे। जी हां एयरपोर्ट से नोएडा या गाजियाबाद जाने के लिए आपको 10000 रुपए तक का भुगतान करना पड़ेगा।

दिल्ली एयरपोर्ट से 250 किलोमीटर तक के दायरे के लिए आपको टैक्सी को 10000 रुपए का भुगतान करना पड़ेगा। यूपीएसआरटीसी की टैक्सी अगर आप बुक करते हैं और 250 किलोमीटर तक के दायरे में कहीं भी जाते हैं तो आपको 10000 रुपए का भुगतान करना पड़ेगा, जबकि एसयूवी के लिए आपको 12000 रुपए तक का भुगतान करना पड़ेगा। 250 किलोमीटर से अधिक की दूरी के लिए आपको अतिरिक्त पैसे का भुगतान करना पड़ेगा। हालांकि अगर आपके पास पैसे की कमी है तो आप बस से सफर कर सकते हैं। नॉन एसी बस से 100 किलोमीटर तक की दूरी के लिए आपको 1000 रुपए देना पड़ेगा, जबकि एसी बस के लिए आपको 1320 रुपए देने पड़ेंगे।

यूपीएसआरटीसी के एमडी राजशेखर ने 9 मई को एक सर्कुलर जारी किया है, जिसे नोएडा और गाजियाबाद के क्षेत्रीय मैनेजर को भेजा गया है। इसमे कहा गया है कि कॉर्पोरेशन उन लोगों को बस और टैक्सी की सेवा एयरपोर्ट पर मुहैया कराएगा जो दिल्ली एयरपोर्ट से कहीं और जाना चाहते हैं। यह सुविधा दिल्ली एयरपोर्ट पर उपलब्ध होगी, ऐसे में जो भी इसकी सेवा लेना चाहता है, वह ले सकता है।

एयरपोर्ट से 250 किलोमीटर तक की दूरी के लिए टैक्सी लेने पर आपको 10000 रुपए देने पड़ते हैं, जबकि 250 किलोमीटर से अतिरिक्त दूरी पर प्रति किलोमीटर 40 रुपए देना पड़ेगा। वहीं एसयूवी के लिए आपको 12000 देने पडे़ंगे, 250 किलोमीटर से अतिरिक्त की यात्रा के लिए आपको प्रति किलोमीटर 50 रुपए देना पड़ेगा, टैक्सी में ड्राइवर के अलावा सिर्फ दो लोगों को बैठने की इजाजत दी जा रही है। बस की बात करें तो एक बस में अधिकतम 26 लोग बैठ सकते हैं, ताकि सोशल डिस्टेंसिंग का पालन किया जाए।

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