अमेरिका भारत को 6 करोड़ टीके जारी करें : कोरोना से बुरी तरह प्रभावित भारत के लिए अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ऑक्सफोर्ड-एस्ट्राजेनेका टीके की छह करोड़ खुराक जारी करे।
अमेरिका के सिविल राइट्स एक्टिविस्ट रेव जेसे जैकसन ने यह मांग की है।
उन्होंने कहा कि भारत जिस तरह के स्वास्थ्य संकट से गुजर रहा है उस स्थिति में बड़े स्तर पर टीकाकरण से ही नियंत्रण संभव है।
अमेरिका भारत को 6 करोड़ टीके जारी करें : जैकसन ने कहा कि भारत में हालात बहुत खराब हैं।
अगर हवा इसी तरह चलती रही और हमने इसे रोकने की कोशिश नहीं की तो पूरी दुनिया इस हवा की चपेट में आ जाएगी।
उन्होंने कहा कि वे अपने स्तर पर ऑक्सीजन बनाने वाली कंपनियों से बात कर रहे हैं
जिससे वहां के लोगों को पर्याप्त मात्रा में ऑक्सीजन मिल सके।
इसके अलावा फार्मा कंपनियों से दवा की आपूर्ति के लिए बात चल रही है।
अमेरिकन एसोसिएशन ऑफ मल्टी एथनीक फिजिशियन्स के चेयरमैन डॉक्टर विजय प्रभाकर ने कहा कि सभी की जिम्मेदारी है कि हर कोई भारत की मदद करें। हम जिस दुनिया में रहते हैं उसे सीमा में बांधकर नहीं रख सकते। इस तरह शिकागो के भी कुछ लोगों ने कहा है कि वह भारत को हर संभव मदद को तैयार है जिससे वहां पर जरूरी मेडिकल उपकरणों की किल्लत न हो।
भारत में कोरोना की दूसरी लहर से निपटने में सहयोग के लिए वैश्विक टास्कफोर्स की संचालन समिति से तीन नामी भारतीय अमेरिकी सीईओ जुड़ गए हैं। इनमें गूगल के सुंदर पिचाई डेलायट के पुनीत रंजेन और एडवोकेट शांतनु नारायण शामिल हैं। यह टास्क फोर्स कॉर्पोरेट की पहल पर बनाया गया है। इसी सूची में बिल एंड मेलिंडा गेट्स फाउंडेशन के सीईओ मार्क सुजमेन, बिजनेस राउंडटेबल के सीईओ और अध्यक्ष जोशुआ वोल्टेन, यूएस चेंबर ऑफ कॉमर्स के सीईओ सुजाने क्लार्क का नाम भी शामिल हैं।