उत्तर प्रदेश में पिछले महीने चार चरणों में हुए पंचायत चुनाव
में भारतीय जनता पार्टी को वाराणसी, अयोध्या और मथुरा में करारी शिकस्त मिली है.
जबकि इन जिलों पर यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ
ने अपने अब तक के चार साल के कार्यकाल में खासी मेहरबानी दिखाई है.
जबकि इन तीनों जिलों में समाजवादी पार्टी और बसपा को काफी फायदा हुआ है.
अयोध्या में भाजपा को जिला पंचायत चुनाव में करारी शिकस्त झेलनी पड़ी है.
अयोध्या में जिला पंचायत की 40 सीटें हैं, जिसमें से 24 पर समाजवादी पार्टी को जीत मिली है,
तो भाजपा के खाते में सिर्फ छह सीट आयी हैं. यही नहीं यहां 12 सीटों पर निर्दलीय प्रत्याशी जीतने में सफल रहे हैं.
वैसे अयोध्या में भाजपा का खेल बागियों ने बिगाड़ा है, क्योंकि पार्टी से टिकट नहीं मिलने पर 13 सीटों पर बागी मैदान में थे.
वही इसके अलावा, 826 केंद्रों पर रविवार को मतगणना शुरू होने से पहले 3.19 लाख से अधिक उम्मीदवारों को निर्विरोध निर्वाचित घोषित किया गया।
राज्य चुनाव आयोग ने कहा कि जिन लोगों को कोई मुकाबला नहीं हुआ, उनके अलावा 2,32,612 ग्राम पंचायत सदस्य, 38,317 ग्राम प्रधान, 55,926 पंचायत सदस्य और 181 जिला पंचायत सदस्य अब तक निर्वाचित घोषित किए गए हैं।
जैसा कि मतपत्रों की गिनती जारी है, 2.23 लाख से अधिक पदों के परिणाम अभी तक नहीं निकले हैं।
15, 19, 26 और 29 अप्रैल को हुए पंचायत चुनाव में लगभग 13 लाख उम्मीदवारों ने हिस्सा लिया था।
उनमें से कई मुख्य राजनीतिक दलों द्वारा 'नामांकित' या समर्थित थे, लेकिन पंचायत चुनाव पार्टी के प्रतीकों पर नहीं हुए थे।