डेस्क न्यूज़- Tapovan Tunnel Rescue चमोली आपदा के बाद लगातार 10 वें दिन बचाव अभियान जारी है। अब बचाव दल की उम्मीदें भी टूट रही हैं। केवल क्षत-विक्षत शरीर निकल रहे हैं। उत्तराखंड पुलिस के डीजीपी अशोक कुमार ने कहा कि चमोली में दिन-रात बचाव अभियान चल रहा है, लेकिन अब लोगों के जिंदा होने की उम्मीद नहीं है। ऐसी स्थिति में, 3-4 दिनों से अधिक बचाव अभियान नहीं चल सकता है। हालाँकि, उसके बाद भी सफाई का काम जारी रहेगा।

अब तक 56 लोगों के शव बरामद
आपदा क्षेत्र से अब तक जिन 56 लोगों के शव बरामद किए गए हैं। सबसे ज्यादा शव एनटीपीसी सुरंग और रैनी गांव में मिले। फिलहाल सुरंग में कई मजदूरों के फंसे होने की आशंका है। अब, सुरंग से सटे सुरंग में बने छेद के मुंह को चौड़ा करने का प्रयास किया जा रहा है, ताकि उसमें काम करने वालों की तलाश में कैमरा चलाया जा सके। इसके अलावा 22 कटे हुए मानव अंग भी मिले हैं। उनकी पहचान डीएनए टेस्ट के जरिए ही होगी।
वही डीजीपी अशोक कुमार ने बताया कि कुछ दिनों पहले तक हमें पूरी उम्मीद थी कि सुरंग में कुछ लोग जीवित हो सकते हैं, लेकिन अब नही लगता कि लोग जिंदा होंगे। ऐसी स्थिति में, जितने शव बरामद हुए हैं, उन्हें उनके रिश्तेदारों को सौंप दिया जा रहा है। 148 लोग अभी भी लापता हैं।
रैणी गांव के पास स्थापित किया गया अलार्म सिस्टम
इस हादसे के बाद अब राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल (एसडीआरएफ) ने रैणी गांव के पास एक अलार्म सिस्टम स्थापित किया है। इससे ऋषिगंगा और धौलीगंगा नदी का जल स्तर बढ़ने पर ग्रामीणों को सचेत किया जाएगा, ताकि आसपास के इलाकों में रहने वाले लोगों को समय रहते सुरक्षित निकाला जा सके।