चित्तौड़गढ़ में मंगलवार रात एक बड़ी दुखद घटना देखने मिली। यहाँ पर पूर्व पार्षद के बेटे रतन सोनी की अज्ञात लोगो के द्वारा तलवार और सरियों से पीट-पीटकर हत्या कर दी गई। बदमाश हमले के बाद फरार हो गए। मामले की जानकारी मिलते ही स्थानीय लोग और हिंदू संगठन के लोग सुभाष चौक पर इकट्ठे हो गए।
हत्या के बाद हालात बेकाबू न हो इसका ख्याल करते हुए बड़ी संख्या में पुलिस के जवानो को वहां पर तैनात किया गया। जबकि आज सुबह से कार्यकर्ताओं ने स्थनीय बाजार बंद करवा रखे है। मामले को लेकर माहौल इतना तनावपूर्ण है बंद के दौरान पुलिस और कार्यकर्ताओं के बीच में झड़प भी देखने को मिली। जिसके बाद पुलिस ने 3 लोगों को हिरासत में ले लिया।
दुकानों को लगाई आग
मामले के बाद से ही पुलिस को अनहोनी का अंदेशा था और इसीलिए अच्छी खासी मात्रा में पुलिस के जवान घटनास्थल पर मौजूद भी है। हालाँकि इसके बावजूद भी हालत अब बेकाबू होते नजर आ रहे है। मंगलवार रात को हुई इस घटना के विरोध में सुबह से चल रहे इस आंदोलन के दौरान अब आगजनी की भी तस्वीरें सामने आई है। बाजार को बंद करवाने के लिए निकले हिंदू संगठन के कार्यकर्ताओं ने कुछ दुकानों में आग लगा दी और स्थानीय दुकानदारों का रोजगार छीन लिया।
हिंदू संगठनों के कार्यकर्ता और पुलिस की आंख मिचोली जारी
आज सुबह से ही हिंदू संगठनों के कार्यकर्ता और पुलिस के बीच में लगातार आंख मिचोली का खेल चल रहा है। पुलिस और कार्यकर्ताओ के बीच में जहाँ कई बार झड़प देखने को मिली तो वहीँ पुलिस ने भी कुछ कार्यकर्ताओ को देतें किया है।
हत्या के कारणों का नहीं हुआ खुलासा
गांधीनगर निवासी पूर्व राकेश सोनी पार्षद जगदीश सोनी का बेटा था। मंगलवार रात एक कार्यक्रम में भाग लेकर वो अपने घर लौट रहा था। इस दौरान दो बाइक सवार बदमाशों ने तलवार और सरियों के जरिये उसके ऊपर हमला बोल दिया। बताया जा रहा है की हमलावर विशेष समुदाय से ताल्लुक रखते है हैं। घटना के बाद राकेश को जिला हॉस्पिटल में ले जाया गया , यहाँ पर उसकी हालत बिगड़ी तो उसे उदयपुर रेफर किया गया लेकिन उसने रास्ते में ही दम तोड़ दिया।
आपसी कहासुनी के चलते हुई वारदात : पुलिस
जिला पुलिस अधीक्षक प्रीति जैन ने मामले पर बात करते हुए बताया की मंगलवार रात को शराब की दूकान के सामने पीड़ित की कुछ लोगो के साथ कहासुनी ही थी जिसके बाद उन्होंने इस वारदात को अंजाम दिया।