कोरोना को दुनिया को तोहफा देने वाले चीन के बुरे दिन शुरू हो गए हैं। दुनिया के कई देशों ने वहां से अपने व्यापार को मजबूत करना शुरू कर दिया है, कई देशों ने इसके सामान पर अधिक आयात शुल्क लगाया है। चीन के संबंध में ऐसा ही एक बड़ा फैसला मोबाइल निर्माता कंपनी लावा ने लिया है, जिसमें कहा गया है कि वह 6 महीने के भीतर वहां से भारत में अपने कारोबार का विस्तार करेगी।
लावा ने अगले छह महीनों में चीन से भारत में निर्यात बाजार के लिए अपने पूरे मोबाइल आरएंडडी, डिजाइन और विनिर्माण के हस्तांतरण की घोषणा की। कंपनी ने यह भी कहा कि वह पांच साल के भीतर भारत में लगभग 800 करोड़ रुपये का निवेश करेगी। लावा अपने फोन का 33 प्रतिशत से अधिक निर्यात मैक्सिको, अफ्रीका, दक्षिण पूर्व एशिया और पश्चिम एशिया जैसे बाजारों में करता है।
कंपनी की योजना इस साल लगभग 80 करोड़ रुपये और अगले पांच वर्षों में 800 करोड़ रुपये का निवेश करने की है। कंपनी ने एक बयान में कहा कि सरकार द्वारा पिछले महीने घोषित उत्पादन लिंक्ड प्रोत्साहन योजना (पीएलआई) योजना के तहत चीन से उच्च लागत लाभ प्राप्त करने के बाद भारतीय मोबाइल फोन निर्माताओं द्वारा यह कदम उठाया गया है।