कानपुर. 8 पुलिसकर्मियों की मौत का जिम्मेदार विकास दुबे 8 दिन बाद कानपुर में ढेर कर दिया गया। विकास को गुरुवार को उज्जैन के महाकाल मंदिर से गिरफ्तार किया गया था। इसके बाद यूपी एसटीएफ उसे कानपुर ला रही थी। कानपुर से 17 किलोमीटर पहले पुलिस की गाड़ी पलटी। विकास ने एक एसटीएफ जवान की पिस्टल छीनी और भागने की कोशिश की। उसकी फायरिंग और गाड़ी पलटने से कुल चार एसटीएफ जवान घायल भी हुए। जवाबी फायरिंग में यह गैंगस्टर मारा गया। हम आपको एनकाउंटर स्पॉट की चुनिंदा फोटोज दिखा रहे हैं।
बिकरू शूटआउट केस में तीन में यह चौथा और 8 दिन में छठा एनकाउंटर हुआ है। विकास से पहले गुरुवार को उसके करीबी प्रभात झा का कानपुर में और बऊआ दुबे का इटावा में एनकाउंटर हुआ था। इससे एक दिन पहले यानी बुधवार को विकास का राइट हैंड और शार्ट शूटर अमर दुबे हमीरपुर में मारा गया। चारों के एनकाउंटर में लगभग एक जैसी थ्योरी सामने आई कि वे पुलिस पर हमला कर भागने की कोशिश कर रहे थे। इससे पहले विकास के मामा प्रेमप्रकाश पांडे और सहयोगी अतुल दुबे का 3 जुलाई को ही एनकाउंटर हो गया था।
9 जुलाई: मुख्य आरोपी गैंगस्टर विकास दुबे उज्जैन से गिरफ्तार हुआ। प्रभात मिश्रा और बऊआ दुबे भी एनकाउंटर में मारे गए।
10 जुलाई: विकास दुबे एनकाउंटर में मारा गया।
Like and Follow us on :