पाकिस्तान हुए बम धमाके के वक्त क्या हाफिज सईद घर पर ही था, जानें कहां-कहां है पाकिस्तानी आतंकी का ठिकाना

पाकिस्तान के लाहौर में भारत के सबसे बड़े दुश्मन हाफिज सईद के घर के पास बड़ा बम धमाका हुआ है. सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे वीडियो से पता चलता है कि धमाका बेहद विनाशकारी था। पाकिस्तानी अधिकारियों के मुताबिक, विस्फोट में दो लोगों की मौत हो गई है जबकि 14 अन्य घायल हो गए हैं
पाकिस्तान हुए बम धमाके के वक्त क्या हाफिज सईद घर पर ही था, जानें कहां-कहां है पाकिस्तानी आतंकी का ठिकाना

पाकिस्तान के लाहौर में भारत के सबसे बड़े दुश्मन हाफिज सईद के घर के पास बड़ा बम धमाका हुआ है. सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे वीडियो से पता चलता है कि धमाका बेहद विनाशकारी था। पाकिस्तानी अधिकारियों के मुताबिक, विस्फोट में दो लोगों की मौत हो गई है जबकि 14 अन्य घायल हो गए हैं। वीडियो में एक घर की पहली मंजिल तक धमाके का गंभीर असर दिखाया जा रहा है. ऐसे में सवाल उठता है कि क्या आतंकी हाफिज सईद का घर भी इस धमाके की चपेट में आ गया है और क्या इस खूंखार आतंकी को निशाना बनाकर धमाका किया गया है? लेकिन, इन सवालों से बड़ा सवाल यह है कि क्या विस्फोट के वक्त हाफिज अपने घर पर था?

हाफिज सईद के पाकिस्तान में कई ठिकाने

यह सवाल इसलिए भी अहम है क्योंकि हाफिज के पाकिस्तान में

अपना ठिकाना बदलने की लगातार खबरें आ रही हैं। वह कभी

बहावलपुर में रहता है, कभी लाहौर में तो कभी बेहद घनी आबादी

वाले इलाके में। वैसे फाइनेंशियल एक्शन टास्क फोर्स (FATF) ने जब

आतंकियों की फंडिंग को लेकर पाकिस्तान पर शिकंजा कसना शुरू किया तो हाफिज के खिलाफ कार्रवाई करते हुए उसे जेल भेजने का ड्रामा भी किया गया.

पिछले साल उजागर हुआ था पाकिस्तान का पाखंड

पिछले साल नवंबर में अंग्रेजी अखबार द हिंदुस्तान टाइम्स ने अपनी खुफिया रिपोर्ट में पाकिस्तान के पाखंड का पर्दाफाश किया था। अखबार ने खुलासा किया था कि हाफिज जेल में नहीं बल्कि लाहौर के जौहर टाउन हाउस में रह रहा है और वहीं से आतंकी गतिविधियों को अंजाम दे रहा है. हालांकि, दुनिया की आंखों में धूल झोंकने के लिए पाकिस्तानी सरकार ने प्रचार किया कि हाफिज को कोर्ट के आदेश पर गिरफ्तार कर कोट लखपत जेल में रखा गया है.

हाफिज को जेल से लाया गया घर

संयुक्त राष्ट्र द्वारा अंतरराष्ट्रीय आतंकवादी घोषित हाफिज सईद को जुलाई 2019 में गिरफ्तार किया गया था। अगले साल फरवरी में, उसे आतंकी फंडिंग के लिए 10 साल और 6 महीने की कैद की सजा सुनाई गई थी। फिर, 19 नवंबर, 2020 को पाकिस्तान की एक आतंकवाद-रोधी अदालत ने मुंबई हमलों के मास्टरमाइंड को दो और मामलों में 10 साल कैद की सजा सुनाई। लेकिन, उन्हें गुपचुप तरीके से जेल से निकाल कर घर लाया गया जहां उनकी सुरक्षा के लिए सरकारी सुरक्षा बल तैनात किए गए थे। फिर भी वह मेहमानों से मिलते रहते हैं। हिंदुस्तान टाइम्स ने अपनी रिपोर्ट में बताया था कि अक्टूबर 2019 में लश्कर के जिहाद विंग के नेता जकी-उर-रहमान लखवी ने हाफिज सईद से उसके घर पर मुलाकात की थी। लखवी भी संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद द्वारा घोषित आतंकवादी है।

हाफिज ने सर्जिकल स्ट्राइक के बाद बदली थी अपनी जगह

हाफिज कभी-कभी बेहद घनी आबादी वाले इलाकों में रहने चला जाता है। उरी हमले के बाद हुए सर्जिकल स्‍ट्राइक ने पाकिस्तानी आतंकियों को जगह बदलने पर मजबूर कर दिया तो मसूद के साथ-साथ हाफिज सईद ने भी अपने मदरसों और संगठन के हेडक्वार्टर से दूर कुछ चुनिंदा गुर्गों के साथ किसी घनी आबादी वाले इलाके में रहने लगा था। गौरतलब है कि 18 सितंबर 2016 को पाकिस्तान के आतंकियों ने जम्मू-कश्मीर के उरी सेक्टर में भारतीय सेना के कैंप पर हमला किया था। इसके जवाब में भारत ने रात को पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (पीओके) में सर्जिकल स्ट्राइक कर आतंकियों के लॉन्च पैड तबाह कर दिए।

हाफिज यूएन से प्रतिबंधित आतंकियों की सूची में

पाकिस्तानी आतंकी हाफिज सईद का संगठन जमात उद दावा ही 2008 के 26/11 मुंबई हमलों के लिए जिम्मेदार लश्कर-ए-तैयबा को संचालित करनेवाला प्रमुख आतंकी संगठन है। मुंबई हमलों में छह अमेरिकी नागरिकों सहित 166 लोग मारे गए थे। अमेरिकी ट्रेजरी विभाग ने सईद को विशेष रूप से वैश्विक आतंकवादी के रूप में घोषित किया था। दिसंबर 2008 में उसे संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के प्रस्ताव 1267 के तहत आतंकवादी भी घोषित किया गया था। आज के बम विस्फोट के बाद सोशल मीडिया पर कई लोग कह रहे हैं कि हाफिज ने जो बोया था वही काट रहा है।

Like and Follow us on :

Related Stories

No stories found.
logo
Since independence
hindi.sinceindependence.com