पश्चिम बंगाल में नई सरकार का गठन हो चुका है। ममता बनर्जी ने अपने कैबिनेट में 43 मंत्रियों को शामिल किया है। ममता बनर्जी की अगुवाई वाली कैबिनेट में इस बार 17 नए चेहरे शामिल हैं। कुल 43 में से 24 कैबिनेट मंत्री, 10 राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) और 9 राज्य मंत्री शामिल हैं। सोमवार को सभी ने पद की शपथ ली।
ममता बनर्जी ने 5 मई को लगातार तीसरी बार मुख्यमंत्री पद की शपथ ली
थी। वह पश्चिम बंगाल की 21वीं सीएम चुनी गई हैं।
इस दायित्व को निभाने वाली 8वीं व्यक्ति हैं।
ममता के मंत्रिमंडल में इस बार क्रिकेट के मैदान के खिलाड़ी रहे मनोज तिवारी, पूर्व आईपीएम हुमायूं कबीर के साथ ही 8 महिलाओं को भी जगह मिली है, जिनमें से 3 अनुसूचित जनजाति से आती हैं।
सुब्रत मुखर्जी, पार्था चटर्जी, अमित मित्रा, ज्योति प्रिया मलिक, बंकिम चंद्र हाजरा, मानस रंजन भुनिया, साधन पांडे, सौमेन कुमार महापात्रा, मॉलॉय घटक, अरूब बिस्वास, उज्जवल बिस्वास, अरूप रॉय, राथिन घोष, फरहाद हाकिम, चंद्रनाथ सिन्हा, सोभनदेब चट्टोपाध्याय, ब्रात्या बासु, पुलर रॉय, शशि पांजा, मोहम्मद गुलाम रब्बानी, बिप्लब मित्रा, जावेद अहमद खान, स्वपन देबनाथ, सिदिकुल्लाह चौधरी।
बेचाराम मन्ना, सुब्रत साहा, हुमायूं कबीर, अखिल गिरि, चंद्रिमा भट्टाचार्य, रत्ना डे नाग, संध्यारानी टुडु, बुलू चिक बरैक, सुजीत बोस, इंद्रनील सेन।
दिलीप मंडल, सेउली साहा, श्रीकांत महतो, अखरुज्जमान, येस्मीन सबीना, बिरबाहा हंसदा, ज्योत्सना मांडी, अधिकारी परेश चंद्र, मनोज तिवारी।
सिंगुर से चुनकर आए बेचाराम मन्ना, पूर्व सांसद रत्ना डे नाग, दक्षिण 24 परगना से बंकिम हाजरा को इस बार कैबिनेट में शामिल किया गया है। वहीं सुवेंदु अधिकारी के विरोधी माने जाने वाले रामनगर विधायक अखिल गिरि, केशपुर विधायक सेउली साहा, सलबोनी से श्रीकांत महतो, हावड़ा से अरूप रॉय को भी मंत्री पद दिया गया है।