डेस्क न्यूज़: प्रसार भारती के पूर्व CEO जवाहर सरकार ने सोशल मीडिया पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) की एक फर्जी फोटो शेयर की। सोशल मीडिया पर ट्रोल होने और बढ़ते विवाद के बाद जवाहर सरकार को ये फोटो डिलीट करनी पड़ी, लेकिन तब तक कई लोगों ने इस फोटो का स्क्रीनशॉट ले लिया था।
दरअसल, प्रसार भारती के पूर्व सीईओ जवाहर सरकार द्वारा ट्विटर पर शेयर की गई पीएम मोदी की फोटो में वह नीता अंबानी के सामने हाथ जोड़कर खड़े नजर आ रहे हैं। इतना ही नहीं, जवाहर ने लिखा, 'काश साथी सांसदों और राजनीति में अन्य लोगों को भी पीएम से ऐसा शिष्टाचार मिलता। एक परिपक्व लोकतंत्र में, हम दोतरफा संबंध, एहसान, लेन-देन जानेंगे, किसी दिन इतिहास हमें यह बताएगा।'
दरअसल, सरकार द्वारा शेयर की गई तस्वीर मॉर्फ्ड फोटो है। यानी किसी और की जगह नीता अंबानी का चेहरा लगाया गया है। यह फोटो एनजीओ चलाने वाली दीपिका मंडल की है। पीएम उन्हें नमन कर रहे हैं, लेकिन उनकी जगह नीता अंबानी का चेहरा लगाकर फोटो वायरल कर दी गई है।
वहीं इस फोटो को शेयर करने पर जवाहर सरकार की सोशल मीडिया पर जमकर खिंचाई हो रही है। राजा राममोहन लाइब्रेरी फाउंडेशन की अध्यक्ष कंचन गुप्ता ने कहा, भारत सरकार के एक पूर्व सचिव जानबूझकर पीएम मोदी को बदनाम करने के लिए एक मॉर्फ्ड तस्वीर ट्वीट कर रहे हैं। उन्होंने ट्विटर पर लिखा, 'ट्विटर Manipulated Media के लिए और Fake News फैलाने वाले ऐसे लोगों को विश्वसनीयता प्रदान करने के लिए 'ब्लू टिक' से पुरस्कृत करता है।'
वहीं अंकुर नाम के एक यूजर ने लिखा जवाहर ने पीएम मोदी की फेक फोटो शेयर की। कल्पना कीजिए कि यह कैसा गंदा प्रचार है। उन्होंने सही फोटो शेयर करते हुए लिखा कि फोटो में दिख रही महिला का नाम दीपिका मंडल है, जो एक एनजीओ चलाती हैं।
पहला ट्वीट डिलीट करने के बाद भी सरकार समझे नहीं है, उन्होंने एक और ट्वीट किया है। ट्वीट में लिखा है, 'Forsyth की क्लासिक 'डॉग्स ऑफ वॉर' DoW 1980 में हिट हो गई। मुझे एक 'भयानक अनुभव' हुआ, जिसमें मोदी की 2 तस्वीरों के नकली होने का दावा किया जा रहा है। लेकिन इस बात से इनकार नहीं किया जा सकता है कि सबसे अमीर गुजरातियों के साथ उनके गहरे संबंध और उनके कार्यकाल के दौरान इन लोगों की अविश्वसनीय वृद्धि हुई।