कोरोना भगाने का यह कैसा तरीका, बीजेपी विधायक ने किया हवन, उसे ट्राली में रखकर शहर में घुमाया

कर्नाटक के बेलगाम में स्थानीय विधायक ने कोरोना भगाने के लिए हवन किया फिर उसे एक ट्रॉली में रखकर पूरे शहर में घुमाया. यही नहीं, जहां ये नहीं पहुंच सके, वहां अलग से हवन का इंतज़ाम किया गया ताकि कोरोना से बेलगाम को छुटकारा दिलाया जा सके. इस इलाके में कोरोना संक्रमण के कारण अब तक तक़रीबन 500 लोगों की मौत हुई है
कोरोना भगाने का यह कैसा तरीका, बीजेपी विधायक  ने किया हवन, उसे ट्राली में रखकर शहर में घुमाया

कर्नाटक के बेलगाम में बीजेपी विधायक अभय पाटिल ने कोरोना भगाने के लिए हवन किया फिर उसे एक ट्रॉली में रखकर पूरे शहर में घुमाया. यही नहीं, जहां ये नहीं पहुंच सके, वहां अलग से हवन का इंतज़ाम किया गया ताकि कोरोना से बेलगाम को छुटकारा दिलाया जा सके. इस इलाके में कोरोना संक्रमण के कारण अब तक तक़रीबन 500 लोगों की मौत हुई है.

बीजेपी विधायक अभय पाटिल की ओर से कोरोना भगाने के लिए विशेष हवन का आयोजन किया गया 

दक्षिण बेलगाम में बीजेपी विधायक अभय पाटिल की ओर से कोरोना भगाने के

लिए विशेष हवन का आयोजन किया गया ताकि कोरोना उनके इलाके से भाग

जाए.अनुष्ठान के बाद पूरे इलाके में इसे घुमाया गया.

कोरोना के मामले यहां लगातार बढ़ रहे हैं, इसीलिए बेलगाम दक्षिण विधान सभा के हर घर के सामने हमने हवन करने का फैसला किया है-बीजेपी विधायक अभय पाटिल

विधायक अभय पाटिल कहते हैं, 'यज्ञ और हवन करने से वातावरण का शुद्धिकरण हो जाता है.

वैज्ञानिक रीति से ये बात साबित भी हुई है. चूंकि कोरोना के मामले यहां लगातार बढ़ रहे हैं

, इसीलिए बेलगाम दक्षिण विधान सभा के हर घर के सामने हमने हवन करने का फैसला किया है."

बेलगाम में इस समय कोरोना के करीब 18 हज़ार एक्टिव मामले है, ऐसे में इस तरह के आयोजन से संक्रमण का ख़तरा काफी बढ़ जाता है क्योंकि सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना मुश्किल होता है. मौजूदा वायरस कितना खतरनाक है वो किसी से छुपा नही है.

कोरोना वायरस को अब तक ठीक तरह से वैज्ञानिक भी नहीं समझ पाए है, उससे 'छुटकारे' की कोशिश 'अवैज्ञानिक तरीके' से की गई

उधर तर्कवादी नरसिम्हा मूर्ति ने इस तरीके को लेकर सवाल उठाया है. उन्‍होंने कहा, 'वायरस को लेकर अब थोड़ी जानकारी वैज्ञानिकों के हाथ लगी है यह भी अभी अधूरी है. ऐसे में जनप्रतिनिधियों के ऐसे कार्यकर्मो से परहेज़ करना चाहिए इन्होंने इसको बढ़ावा दिया जो ठीक नही है.' गौरतलब है कि कोरोना वायरस को अब तक ठीक तरह से वैज्ञानिक भी नहीं समझ पाए है, उससे 'छुटकारे' की कोशिश 'अवैज्ञानिक तरीके' से की गई.

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