WHO: वायु प्रदूषण से दुनिया भर में प्रति मिनट 13 मौतें हो रही, अभी सतर्क नहीं हुए तो हालात और भी खतरनाक होंगे

विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने दुनिया भर में वायु प्रदूषण से होने वाली मौतों को लेकर एक भयावह रिपोर्ट जारी की है। इस रिपोर्ट के मुताबिक, वायु प्रदूषण के कारण दुनिया भर में हर मिनट 13 लोगों की मौत हो रही है। डब्ल्यूएचओ ने स्कॉटलैंड के ग्लासगो में संयुक्त राष्ट्र जलवायु परिवर्तन सम्मेलन की अगुवाई में शुरू हुई बैठक में अपनी विशेष रिपोर्ट जारी करते हुए चेतावनी जारी की है।
WHO: वायु प्रदूषण से दुनिया भर में प्रति मिनट 13 मौतें हो रही, अभी सतर्क नहीं हुए तो हालात और भी खतरनाक होंगे

विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने दुनिया भर में वायु प्रदूषण से होने वाली मौतों को लेकर एक भयावह रिपोर्ट जारी की है। इस रिपोर्ट के मुताबिक, वायु प्रदूषण के कारण दुनिया भर में हर मिनट 13 लोगों की मौत हो रही है। डब्ल्यूएचओ ने स्कॉटलैंड के ग्लासगो में संयुक्त राष्ट्र जलवायु परिवर्तन सम्मेलन की अगुवाई में शुरू हुई बैठक में अपनी विशेष रिपोर्ट जारी करते हुए चेतावनी जारी की है। कहा जा रहा है कि अगर लोग आने वाले समय में सावधानी नहीं बरतते हैं तो इसके गंभीर परिणाम भुगतने पड़ सकते हैं.

डब्ल्यूएचओ ने ग्लोबल वार्मिंग को 1.5 डिग्री सेल्सियस तक सीमित करने का किया आह्वान

बैठक के दौरान डब्ल्यूएचओ के महानिदेशक डॉ. टेड्रोस अधोनाम

घेब्रेयसस ने कहा कि कोरोना महामारी ने इंसानों, जानवरों और

हमारे पर्यावरण के बीच घनिष्ठ और नाजुक संबंधों संबंधों पर

प्रकाश डाला है। उन्होंने कहा कि डब्ल्यूएचओ सभी देशों से

ग्लोबल वार्मिंग को 1.5 डिग्री सेल्सियस तक सीमित करने के लिए

COP26 पर निर्णायक कार्रवाई करने का आह्वान करता है,

न केवल इसलिए कि यह करना सही है, बल्कि इसलिए कि यह हमारे अपने हित में है।

डब्ल्यूएचओ की रिपोर्ट को एक खुले पत्र के रूप में लॉन्च किया गया

डब्ल्यूएचओ की रिपोर्ट को एक खुले पत्र के रूप में लॉन्च किया गया है, जिस पर वैश्विक स्वास्थ्य कार्यबल के दो-तिहाई से अधिक अधिकारियों द्वारा हस्ताक्षर किए गए हैं। रिपोर्ट में वायु प्रदूषण के प्रभाव को कम करने के लिए कदम उठाने के लिए दुनिया भर में कम से कम 45 मिलियन डॉक्टरों और स्वास्थ्य पेशेवरों का प्रतिनिधित्व करने वाले 300 संगठनों, राष्ट्रीय नेताओं और COP26 देश के प्रतिनिधिमंडलों का आह्वान किया गया है।

जीवाश्म ईंधन के जलने से लोगों की जान जा रही : WHO

डब्ल्यूएचओ की रिपोर्ट में कहा गया है कि जीवाश्म ईंधन के जलने से लोगों की मौत हो रही है। जलवायु परिवर्तन मानवता के सामने सबसे बड़ा स्वास्थ्य खतरा है। जलवायु परिवर्तन के स्वास्थ्य प्रभावों से कोई भी सुरक्षित नहीं है, चाहे वह कमजोर वर्ग हो या अमीर। हमें इस पर कार्रवाई करनी होगी नहीं तो आने वाली पीढ़ी के लिए यह और खतरनाक होगा।

इन क्षेत्रों में कार्रवाई की जरूरत: WHO

डब्ल्यूएचओ की रिपोर्ट का निष्कर्ष है कि लोगों के स्वास्थ्य की रक्षा के लिए ऊर्जा, परिवहन, प्रकृति, खाद्य प्रणाली और वित्त सहित हर क्षेत्र में परिवर्तनकारी कार्रवाई की आवश्यकता है। और यह स्पष्ट रूप से बताता है कि महत्वाकांक्षी जलवायु कार्यों को लागू करने से वायु प्रदूषण के प्रभाव में कमी आएगी।

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