क्यों NCERT की पहली कक्षा की हिंदी कविता पर विवाद हो रहा है ?

NCERT Book इस कविता को रामकृष्ण शर्मा खद्दर ने लिखी है। इस कविता को पहली कक्षा के बच्चे 2006 से लगातार पढ़ रहे हैं।
क्यों NCERT की पहली कक्षा की हिंदी कविता पर विवाद हो रहा है ?

डेस्क न्यूज़: NCERT प्रथम श्रेणी की हिंदी पुस्तक में प्रकाशित एक कविता पर सोशल मीडिया पर विवाद के बाद इस कविता को पाठ्यक्रम से बाहर करने की मांग की जा रही है। वहीं NCERT ने इस मामले में स्पष्ट किया है कि स्थानीय भाषाओं की शब्दावली को बच्चों तक पहुंचाने के उद्देश्य से इस कविता को शामिल किया गया है। NCERT ने कहा कि इस तरह की कविताओं को मुख्य रूप से एनसीईआरटी पाठ्यपुस्तक में दी गई कविताओं के संदर्भ में शामिल किया गया है, ताकि एनसीएफ-2005 के संदर्भ में स्थानीय भाषा की शब्दावली को बच्चों के लिए सुलभ बनाया जा सके, ताकि बच्चों को सीखने में आसानी हो। NCERT ने यह भी कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के संदर्भ में नए राष्ट्रीय पाठ्यचर्या ढांचे के निर्माण की प्रक्रिया शुरू हो गई है। इस पाठ्यक्रम ढांचे के आधार पर पाठ्यपुस्तकें बनाई जाएंगी।

ये है विवाद का पूरा मामला

दरअसल, NCERT की प्रथम श्रेणी की हिंदी शायरी में पिछले कई दिनों से सोशल मीडिया पर एक जगह 'छोकरी' शब्द पर विवाद खड़ा हो गया है। कई हिंदी भाषा विशेषज्ञ और सोशल मीडिया यूजर्स इस कविता को पाठ्यपुस्तक से हटाने की मांग कर रहे थे। कुछ लोगों का मानना है कि 'छोकरी शब्द आवारा बोलचाल का शब्द है।

NCERT ने इस कविता पर सफाई दी है

यह तर्क भी दिया जा रहा है कि अगर पहली कक्षा के छात्र इस शब्द को पढ़ेंगे तो उनके दिमाग पर क्या असर होगा। इसके अलावा एक तर्क यह भी है कि कविता में एक 6 साल की बच्ची को आम बेचकर बाल श्रम दिखाया जा रहा है। सोशल मीडिया पर तमाम तरह की चर्चाओं और विरोध प्रदर्शनों के बाद NCERT ने इस कविता पर सफाई दी है।

इस कविता पर है विवाद

छह साल की छोकरी,

भरकर लाई टोकरी।

टोकरी में आम हैं,

नहीं बताती दाम है।

दिखा-दिखाकर टोकरी,

हमें बुलाती छोकरी।

हम को देती आम है,

नहीं बुलाती नाम है।

नाम नहीं अब पूछना,

हमें आम है चूसना।

गौरतलब है कि इस कविता को रामकृष्ण शर्मा खद्दर ने लिखा है। पहली कक्षा के बच्चे 2006 से लगातार इस कविता को पढ़ रहे हैं। वर्ष 2018 से उत्तराखंड के बच्चे भी इस कविता को पढ़ रहे हैं। यह कविता NCERT द्वारा तैयार की गई पुस्तक रिमझिम-1 का हिस्सा है।

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