क्यों स्वास्थ्यकर्मियों से बात करते हुए अचानक भावुक हो गए प्रधानमंत्री मोदी ?

हाल ही में प्रधानमंत्री मोदी ने महाराष्ट्र के अहमदनगर जिले में अधिकारियों द्वारा किए गए प्रयासों की सराहना की।
क्यों स्वास्थ्यकर्मियों से बात करते हुए अचानक भावुक हो गए प्रधानमंत्री मोदी ?

डेस्क न्यूज़: कोरोना महामरा की दूसरी लहर से निपटने के लिए केंद्र सरकार काफी प्रयास कर रही है। इसी कड़ी में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देश के सबसे ज्यादा संक्रमित इलाकों पर ज्यादा ध्यान दे रहे हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी में तैनात डॉक्टरों, स्वास्थ्य कर्मियों और अन्य कर्मियों से बातचीत कर रहे हैं। इस दौरान प्रधानमंत्री मोदी पंडित राजन मिश्रा कोविड अस्पताल समेत वाराणसी के विभिन्न कोविड अस्पतालों के कार्यों की समीक्षा कर रहे हैं।

स्वास्थ्यकर्मियों से बात करते हुए प्रधानमंत्री मोदी भावुक हो गए

स्थानीय प्रशासन के आला अधिकारी भी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में शामिल हुए और अपने संसदीय क्षेत्र की हर ताजा अपडेट प्रधानमंत्री को दे रहे हैं। प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन में कहा कि काशी का सेवक होने के नाते मैं हर काशीवासी को हृदय से धन्यवाद देता हूं। विशेष रूप से हमारे डॉक्टरों, नर्सों, वार्ड बॉय और एम्बुलेंस चालकों द्वारा किया गया कार्य वास्तव में काबिले तारीफ है। स्वास्थ्यकर्मियों से बात करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भावुक हो गए और कहा कि इस वायरस ने हमारे कई चाहने वालों को हमसे छीन लिया है। मैं उन सभी लोगों को श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं, उनके परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त करता हूं।

प्रधानमंत्री मोदी ने स्वास्थ्य कर्मियों का शुक्रियादा अदा किया

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि कोरोना की दूसरी लहर में हमें कई मोर्चों पर मिलकर लड़ना है। इस बार संक्रमण दर भी पहले के मुकाबले कई गुना ज्यादा है। मरीजों को लंबे समय तक अस्पताल में रहना पड़ता है। इससे हमारे स्वास्थ्य तंत्र पर दबाव पड़ा है। इस असाधारण स्थिति में भी हमारे डॉक्टरों, स्वास्थ्य कर्मियों की बड़ी मेहनत से ही इस दबाव को संभालना संभव हो पाया है। आप सभी ने एक-एक मरीज की जान बचाने के लिए दिन-रात मेहनत की। स्वयं के लिए परेशानी, आराम, सब से ऊपर उठ कड़ी मेहनत करते रहे। बनारस ने जिस तेजी से इतने कम समय में ऑक्सीजन और आईसीयू बेड की संख्या बढ़ाई है, पंडित राजन मिश्रा कोविड अस्पताल को इतनी जल्दी जिस तरह से सक्रिय किया गया है, वह भी अपने आप में एक मिसाल है।

प्रधानमंत्री मोदी ने दिया मंत्र; 'जहां बीमार वहीं उपचार'

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि आपने अपने तप और हम सभी के साझा प्रयासों से महामारी के इस हमले को काफी हद तक संभाला है। लेकिन अभी संतुष्टि का समय नहीं है, हमें अभी लंबी लड़ाई लड़नी है। अभी हमें बनारस और पूर्वांचल के ग्रामीण इलाकों पर भी काफी ध्यान देना है। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि अब हमारा नया मंत्र है 'जहां बीमार वहीं उपचार'। इसी सिद्धांत पर माइक्रो कंटेनमेंट जोन बनाकर आप जिस तरह से शहरों और गांवों में घर बैठे दवाएं बांट रहे हैं, यह बहुत अच्छी पहल है। यह अभियान ग्रामीण क्षेत्रों में यथासंभव व्यापक होना चाहिए।

कोरोना की तीसरी लहर पर भी की चर्चा

गौरतलब है कि प्रधानमंत्री कार्यालय की ओर से बताया गया कि प्रधानमंत्री मोदी की वाराणसी के डॉक्टरों और स्वास्थ्य कर्मियों से सुबह 11 बजे वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए संवाद होगा। बता दें कि पंडित राजन मिश्रा कोविड अस्पताल का निर्माण रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) और सेना के संयुक्त प्रयास से शुरू किया गया है। समीक्षा बैठक के दौरान प्रधानमंत्री ने कोरोना की दूसरी लहर से निपटने के लिए चल रहे प्रयासों और भविष्य में कोरोना संक्रमण की तीसरी लहर आने पर इससे जुड़ी तैयारियों पर भी चर्चा की।

जिला कलेक्टरों से सीधे संवाद कर रहे प्रधानमंत्री मोदी

गौरतलब है कि कोरोना वायरस वैश्विक महामारी से निपटने के लिए प्रधानमंत्री मोदी इन दिनों देश के सर्वाधिक संक्रमित जिलों के कलेक्टरों से सीधे संवाद कर रहे हैं। हाल ही में प्रधानमंत्री मोदी ने महाराष्ट्र के अहमदनगर जिले में सरकार द्वारा किए गए प्रयासों की सराहना की। प्रधानमंत्री ने गुरुवार को 11 राज्यों के मुख्यमंत्रियों और महाराष्ट्र के 17 आयुक्तों समेत देश के 60 जिला आयुक्तों के साथ वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए बात की।

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