न्यूज़- अगर आपके पास पालतू बिल्लियां हैं और आपको बहुत प्यारी हैं तो आप गलती से भी उन्हें चूमने की कोशिश न करें। एक प्रयोग में इस बात की पुष्टि की गई है कि ऐसी बिल्लियां जिनमें कोरोना वायरस हैं, वे बाकी बल्लियों को भी संक्रमित कर सकती हैं। इन बिल्लियों में कभी भी कोविड-19 के लक्षण नजर नहीं आएंगे। वैज्ञानिकों की तरफ से बुधवार को इस लैब एक्सपेरीमेंट के रिजल्ट साझा किए हैं। इस रिपोर्ट में यह कहा गया है कि अभी इस पर और रिसर्च करनी पड़ेगी कि क्या वायरस बिल्लियों से इंसानों में दोबारा वायरस फैल सकता है?
स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने इस बात की संभावना को पूरी तरह से खारिज कर दिया है। अमेरिकन वेटनेरी मेडिकल एसोसिएशन की तरफ से कहा गया है कि क्योंकि एक जानवर को लैब में जानबूझकर संक्रमित किया जा सकता है, इसका मतलब यह नहीं है कि वह उसी वायरस से प्राकृतिक परिस्थितियों में भी संक्रमित हो जाए। वायरस एक्सपर्ट पीटर हाफमैन के मुताबिक हर कोई इस बात को लेकर चिंतित है कि साफ-सफाई का सामान्य ज्ञान खतरे में आ सकता है। उन्होंने कहा कि अपने पालतू जानवर को किस मत करिए, सतह को हमेशा साफ रखिए और इससे किसी भी वायरस के जानवर में पहुंचने की संभावना बहुत ही कम हो जाती है। विस्कोन्सिन यूनिवर्सिटी में पीटर और उनके एक साथी ने यूनिवर्सिटी की वेटनेरी मेडिसिन लैब में एक एक्सपेरीमेंट किया था। इसके नतीजे न्यू इंग्लैंड जर्नल ऑफ मेडिसिन में पब्लिश हुए है। रिसर्चर्स ने एक मरीज से कोरोना वायरस लेकर तीन बिल्लियों को इससे संक्रमित किया था। हर बिल्ली को फिर एक ऐसी बिल्ली के साथ रखा गया था जिसमें संक्रमण नहीं था। पांच दिनों के अंदर ही तीनों बिल्लियों में भी संक्रमण मिला। इन सभी छह बिल्लियों में कोई संक्रमण नजर नहीं आया था।
हाफमैन ने कहा कि बिल्लियों ने कोई लक्षण नहीं दिखाया। न ही छींक आई और न ही उन्हें खांसी जैसा कुछ था। वहीं उनके शरीर का तापमान भी कभी बहुत ज्यादा नहीं था और न ही उनका वजन कम हुआ। अगर इनके मालिक इन्हें देखें तो उन्हें कभी कुछ पता ही नहीं लग पाएगा। पिछले माह भी न्यूयॉर्क में दो अलग-अलग हिस्सों में दो पालतू बिल्लियों में कोरोना वायरस के लक्षण आए थे। माना जा रहा था कि दोनों बिल्लियों को पड़ोस के लोगों से संक्रमण मिला था। न्यूयॉर्क के ब्रान्क्स जू में भी कुछ बाघ और शेरों में कोरोना वायरस मिला है।