न्यूज़- कोरोना का संक्रमण भारत में तेजी से फैलता जा रहा है। देश में लागू लॉकडाउन की वजह से लोग घरों में कैद हैं, तो वहीं उद्योग-धंधे भी बंद पड़े हैं। इसका साफ असर पर्यावरण और जानवरों पर पड़ रहा है। इंसानी गतिविधियां ठप होने की वजह से अब बड़ी संख्या में समुद्री कछुए किनारों का रुख करने लगे हैं। इसका एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिसमें इंसानों की जगह समुद्री कछुए गोवा के बीच पर मस्ती करते नजर आ रहे हैं।
गोवा के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ने अपने ट्विटर अकाउंट पर समुद्री कछुओं का वीडियो ट्वीट किया है। इस वीडियो में कुछए के बच्चे समुद्र तट पर मस्ती करते दिख रहे हैं। वीडियो देख के अंदाजा लगाया जा सकता है कि ये कछुए के बच्चे हाल ही में पैदा हुए हैं। जिस वजह से वो ठीक से चल भी नहीं पा रहे हैं। रात होते ही वो समुद्र से निकलकर तटों पर आ गए। सीएम ने वीडियो ट्वीट करते हुए लिखा कि प्रकृति का अद्भुत चमत्कार, ओलिव रिडले प्रजाति के कछुए हैचिंग मोरजिम में प्रजनन कर रहे हैं। गोवा में मोर्जिम, मंद्रेम, एगोंडा और गलगिबाग के तट कछुओं की विभिन्न प्रजातियों को अपनी ओर आकर्षित करते हैं।
आपको बता दें कि ओलिव रिडली प्रजाति के समुद्री मादा कछुए अंडा देने गोवा के समुद्रतट पर आया करती हैं। समुद्र तट पर तमाम इंसानी गतिविधियों के चलते ये कछुए समुद्र के किनारों से दूर रहते हैं। गोवा के वन विभाग ने किसी भी मानवीय हस्तक्षेप से समुद्री जानवर की रक्षा के लिए उत्तरी गोवा के मोरजिम, मंदारम और दक्षिण गोवा के अगोंडा, गलजिबाग में कई इलाकों को आरक्षित कर रखा है। इन इलाकों में कई तरह के प्रतिबंध लगाए गए हैं, ताकी कछुओं के बच्चों को नुकसान नहीं पहुंचे।
कुछ दिन पहले ऐसा ही नजारा ओडिशा के गंजाम जिले से 6 किलोमीटर लंबे रुशिकुल्या में गहिरमाथा समुद्र तट पर दिखाई दिया था। जहां पर ओलिव रिडले समुद्री कछुए अंडे देने के लिए आए थे। समुद्र में रेंगने वाले हजारों कछुओं की सुंदर नजारें को अगर इसे कोरोना का गुड इफेक्ट कहा जाए तो अतिश्योक्ति नहीं होगी। हर साल बंगाल की खाड़ी से ओलिव रिडली प्रजाति के समुद्री मादा कछुए अंडा देने उड़ीसा के समुद्र तट पर आया करती हैं, लेकिन समुद्र तट पर तमाम गतिविधियों के चलते कभी भी इतनी अधिक संख्या में कछुए नहीं आए।