डेस्क न्यूज़- फेसबुक पर आंतरिक दस्तावेज लीक होने के बाद लोगों की सुरक्षा को दांव पर लगाने का आरोप लगाया गया है। इस पर फेसबुक के सीईओ मार्क जुकरबर्ग ने सफाई दी है। उन्होंने आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि यह सच नहीं है। फेसबुक ने लोगों की सुरक्षा का पूरा ख्याल रखा है। दरअसल, कुछ दिन पहले Facebook के आंतरिक दस्तावेज लीक करने वाले फ्रांसेस हौगेन अब खुलकर सामने आ गए हैं। उन्होंने आरोप लगाया था कि फेसबुक ने पैसा कमाने के लिए लोगों की सुरक्षा को दांव पर लगाया है। कंपनी के फ्यूल डिवीजन से बच्चों को नुकसान होता है, इस पर नियंत्रण की जरूरत हैं।
आपको बता दें, मार्क जुकरबर्ग का बयान तब सामने आया है जब सोमवार रात फेसबुक का सर्वर छह घंटे तक डाउन रहने के बाद कंपनी के शेयर अचानक गिर गए। इससे पहले जब पूर्व कर्मचारी फ्रांसेस ने कंपनी के दस्तावेज लीक किए थे तो कंपनी को काफी नुकसान हुआ था।
फ्रांसेस हौगेन फेसबुक के कर्मचारी रह चुके हैं। एक न्यूज चैनल को दिए इंटरव्यू में उन्होंने कहा कि मैंने फेसबुक ज्वाइन किया क्योंकि मुझे उम्मीद थी कि यहां से मैं दुनिया का भला कर सकती हूं, लेकिन मैंने छोड़ दिया क्योंकि फेसबुक के प्रोडक्ट्स बच्चों के लिए नुकसानदेह हैं। वे विभाजन को बढ़ावा देते हैं और लोकतंत्र को खतरे में डालते हैं।
मार्क जुकरबर्ग ने अपने फेसबुक अकाउंट पर पोस्ट किया कि यह कहना बहुत ही बेतुका होगा कि हम लाभ कमाने के लिए जानबूझकर ऐसी सामग्री को बढ़ावा देते हैं, जिससे लोग नाराज हो जाते हैं। उन्होंने कहा, "मैं किसी ऐसी टेक कंपनी के बारे में नहीं जानता जो ऐसी सामग्री तैयार करती है जो लोगों को नाराज़ या दुखी करती है," जुकरबर्ग ने कहा कि इतने सालों में हमने इंडस्ट्री के हिसाब से लोगों की मदद की है। उनके लिए काम किया है। हमें अपने काम पर गर्व है।