डेस्क न्यूज़- अफगानिस्तान पर पूरी तरह तालिबान का कब्जा है। अफगानिस्तान के हालात दिन-ब-दिन बिगड़ते जा रहे हैं। काबुल पर तालिबान के बढ़ते खतरे के बीच अफगानिस्तान में भारतीय दूतावास के कर्मचारियों को सुरक्षित निकाल लिया गया है। वायुसेना का ग्लोबमास्टर सी-17 एयरक्राफ्ट काबुल से 130 से ज्यादा लोगों को लेकर मंगलवार सुबह रवाना हुआ है। जिनमें आईटीबीपी के कुछ कर्मी और मीडियाकर्मी भी शामिल हैं। विदेश मंत्रालय के एक प्रवक्ता ने बताया कि भारतीय राजदूत आर. टंडन समेत अन्य कर्मचारियों को काबुल से वापस लाया जा रहा है। इनके अलावा वहां तैनात सुरक्षाकर्मियों और बाकी लोगों को भी जल्द से जल्द भारत वापस लाया जाएगा। भारतीय राजदूत भी इसी विमान से आ रहे हैं। ये विमान दोपहर 1 बजे जामनगर पहुंचेगा और वहां से ये गाजियाबाद के हिंडन एयरबेस पर पहुंचेगा।
बता दें कि काबुल में भारत के पांच सौ से ज्यादा लोग फंसे हुए हैं। भारत सरकार द्वारा वायुसेना के सी-19 विमान के जरिए लोगों को निकाला जा रहा है। सोमवार को करीब 46 लोग वापस आए हैं। वहीं, भारत ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (यूएनएससी) में भी इस मुद्दे को उठाया है और दुनिया से अफगानिस्तान पर गौर करने को कहा है। समाचार एजेंसी एएनआई को सूत्रों के हवाले से मिली जानकारी के मुताबिक अफगानिस्तान से भारत लौट रहे भारतीय सुरक्षित इलाकों में हैं और उन्हें एक-दो दिन में सुरक्षित वापस लाया जाएगा। विदेश मंत्रालय ने सोमवार को कहा कि भारत सरकार अफगानिस्तान के हालात पर करीब से नजर रखे हुए है। विदेश मंत्रालय ने अफगानिस्तान से भारतीय नागरिकों को लाने के लिए एक विशेष प्रकोष्ठ का भी गठन किया है। इसके साथ ही एक हेल्पलाइन नंबर भी जारी किया गया है।
साथ ही गृह मंत्रालय ने अफगानिस्तान में मौजूदा स्थिति को देखते हुए भारत आने की इच्छा रखने वाले अफगान नागरिकों के आवेदनों पर जल्द निर्णय के लिए वीजा की एक नई श्रेणी की घोषणा की। अफगानिस्तान में तालिबान के सत्ता में आने के दो दिन बाद यह घोषणा की गई। है। गृह मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा, 'गृह मंत्रालय ने अफगानिस्तान के मौजूदा हालात को देखते हुए वीजा प्रावधानों की समीक्षा की है। भारत में प्रवेश के लिए वीजा आवेदनों पर त्वरित निर्णय लेने के लिए 'ई-आपातकालीन और अन्य वीजा' की एक नई श्रेणी बनाई गई है।
विदेश मंत्री एस. जयशंकर और अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने सोमवार को अफगानिस्तान में हाल के घटनाक्रम के बारे में बातचीत की। अमेरिकी विदेश विभाग के प्रवक्ता नेड प्राइस ने कहा कि दो शीर्ष राजनयिकों ने अफगानिस्तान की स्थिति पर चर्चा की। इसके तुरंत बाद, जयशंकर ने ट्वीट किया, "अफगानिस्तान में हाल के घटनाक्रमों पर (अमेरिकी विदेश मंत्री) ब्लिंकन के साथ चर्चा की। हमने काबुल में हवाई अड्डे के संचालन को बहाल करने की तत्काल आवश्यकता पर जोर दिया। हम इस संबंध में अमेरिकी प्रयासों की बहुत सराहना करते हैं।