
अमेरिका की सेना से जुड़े सेंसेटिव ईमेल एक गलती के चलते माली को भेज दिए गए हैं। यह सब समस्या टाइपिंग एरर की एक छोटी सी गलती के कारण हुई है। माली देश रूस का सहयोगी देश भी है जो पश्चिमी अफ्रीका में है।
लीक हुए मेल में अमेरिका की सेना से जुड़े हुए राजनयिक दस्तावेज, टैक्स रिटर्न, टॉप ऑफिसर्स की यात्रा और पासवर्ड से जुड़ी डिटेल थी।
दरअसल अमेरिकी की सेना ".MIL" डोमेन का उपयोग करती है। अमेरिकी अफसर के द्वारा मेल लिखते समय " I " लेटर मिस कर दिया गया जिससे सभी मेल माली के डोमेन ".ML" पर पहुंच गई।
ये सभी मेल अमेरिकी सेना के स्टाफ की तरफ से गलत एड्रेस पर भेजे जा रहे थे। अमेरिकी सेना के साथ-साथ ट्रैवल एजेंट और अमेरिकी खुफिया एजेंसी के लोग भी इसी गलती को दोहरा रहे थे। इन सभी ईमेल में अमेरिकी सेना के चीफ ऑफ स्टाफ की इंडोनेशिया यात्रा का कार्यक्रम भी शामिल था।
इस गड़बड़ी को सबसे पहले माली सरकार के ईमेल को हैंडल करने वाली कंपनी डच इंटरनेट एंटरप्रेन्योर जोहान्स जुर्बियर ने पकड़ा। डच इंटरनेट एंटरप्रेन्योर जोहान्स जुर्बियर ने बताया कि यह सब पिछले 10 सालों से हो रहा है। जनवरी से अब तक एक लाख से ज्यादा गलत ईमेल पकड़े जा चुके हैं।
पेंटागन ने कहा कि उसने इस गड़बड़ी को हल करने के लिए कदम उठाए हैं। पेंटागन के प्रवक्ता ने बताया कि रक्षा विभाग को इस गड़बड़ी की जानकारी है। सभी लोगों को इस मेल गड़बड़ी की जानकारी दे दी गयी है।
अमेरिकी रक्षा मंत्रालय के सीक्रेट दस्तावेज डिस्कार्ड वेबसाइट पर लीक होने से खलबली मच गई थी। ये सभी डॉक्यूमेंट्स रूस-यूक्रेन युद्ध पर आधारित थे। इन दस्तावेजों में मानचित्र, फोटो और चार्ट्स भी शामिल थे।
अमेरिकी रक्षा मंत्रालय के एक अधिकारियों ने ही बताया था कि ये डाक्यूमेंट्स असली थे। जिसके बाद अमेरिकी के 21 वर्षीय आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था।