
Grooming Gang: ब्रिटेन में लगातार कम उम्र की लड़कियों और बच्चों के यौन अपराध के मामले बढ़ रहें हैं। इन अपराधों को अंजाम देने वाले कई गिरोह है। उनमें से बड़ा गिरोह पाकिस्तानी मुस्लिमों (Grooming Gang) का है, जो श्वेत लड़कियों को ड्रग्स तक देता है और दुष्कर्म करता है।
अभी तक पुलिस अधिकारियों ने राजनीति, नस्लवादी और कट्टर कहे जाने के डर से इन गिरोहों पर कार्रवाई करने के बजाय आंखें मूंद रख थी। लेकिन अब इस गिरोहों पर लगाम लगाने के लिए सुनक सरकार ने सख्त कदम उठाए हैं।
ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक (Rishi Sunak) ने ग्रूमिंग गैंग को खत्म करने के लिए एक टास्क फोर्स का ऐलान किया है।
मैं तब तक चैन से नहीं बैठूँगा जब तक यह सुनिश्चित नहीं हो जाता है कि हमारे बच्चे ऐसे माहौल में बड़े हो रहे हैं जो पूरी तरह सुरक्षित हो। यही कारण है कि मैं ग्रूमिंग गैंग पर नकेल कसने के लिए सरकार द्वारा की गई अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई शुरू करने जा रहा हूँ। इसको हमेशा के लिए खत्म करने के लिए जो कुछ भी करना होगा, हम करेंगे।
ऋषि सुनक, प्रधानमंत्री, ब्रिटेन
सुनक ने कहा कि "मैंने पिछले साल कहा था कि अगर मैं प्रधानमंत्री बनूँगा तो ग्रूमिंग गैंग को समाप्त करने के लिए कड़े फैसले लूँगा। मैं इसके लिए स्पेशल टास्क फोर्स बनाने का ऐलान करता हूँ इसमें विशेषज्ञ पुलिस वाले होंगे जो बच्चों के साथ हो रहे दुर्व्यवहार को लेकर रिपोर्ट करेंगे और आरोपितों को कड़ी सजा दिलाएँगे।”
यह एक पाकिस्तानी मुस्लिमों का गिरोह है जो अब ब्रिटेन में बस गए है। ये गिरोह गैर-मुस्लिम लड़कियों को टारगेट करता है और उनके साथ रेप करता है। छोटी उम्र में ही लड़कियां इस गिरोह के हत्थे चढ़ जाती है। कुछ रिपोर्ट्स के मुताबिक इस गैंग में मुख्य रूप से एशियाई मुस्लिम हैं।
2020 में डॉ. एला हिल नाम की एक पीड़िता ने ‘Triggernometry’ को दिए एक इंटरव्यू में खुलासा किया था कि "यह गैंग पिछले 40 साल में कम से कम 5 लाख गैर-मुस्लिम (काफिर) लड़कियों के साथ से रेप कर चुका है। यह गैंग पूरे ब्रिटेन में फैला हुआ है। बहुत ही कम ऐसे शहर हैं, जहाँ पर इस गैंग के स्कैंडल नहीं हैं।"
2021 में स्काई न्यूज से बात करते हुए एक अन्य पीड़िता ने बताया था कि “मुझे लगता है कि 3 साल के समय में मेरा 150 लोगों ने रेप किया होगा। कई बार 1 दिन में 10 और 11 लोग भी मेरा रेप करते थे। मुझे 13 साल की उम्र में ही निशाना बना लिया गया था।''
स्कूली छात्राओं को पाकिस्तानी ग्रूमिंग गैंग निशाना बनाते हैं। इसकी जानकारी होने पर भी कानून प्रवर्तन एजेंसियां इसे मुस्लिम समुदाय के सदस्यों द्वारा इस्लामोफोबिया के रूप में प्रचारित किए जाने के डर से सार्वजनिक नहीं करतीं। ब्रिटेन ने बीते साल पाक से करार किया था। इसके तहत अवैध पाकिस्तानियों को उनके देश भेजा जा सकेगा।