Imran Khan Confessed: पाकिस्तान की सेना के बारे में जिस तथ्य से दुनिया बहुत हद तक परिचित है उसे पाकिस्तान के ही पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान ने सार्वजनिक रूप से उगल दिया है। इमरान ने कहा है कि पाकिस्तान की सेना ही अपने पाले आतंकवादियों के माध्यम से पड़ोसी देश भारत सहित दुनिया के कई देशों में इस्लामी जिहाद की प्रायोजक है।
खुद को अपने ही देश की सेना, शाहबाज सरकार और पंजाब सरकार के निशाने पर महसूस कर रहे ‘आहत’ इमरान खाने ने यह बात अपने एक ट्वीट में साझा की है। इस ट्वीट में इमरान खान ने चेतावनी के लहजे में लिखा है कि एक बार फिर से पाकिस्तान बर्बादी की तरफ बढ़ रहा है।
इमरान द्वारा अपने देश की सेना की असलियत इतनी जल्दी खोल दी जाएगी, इसका शायद रक्षा विशेषज्ञों को अंदाजा नहीं था। इमरान ने आखिर अपनी सेना पर बहुत बड़ा आरोप लगाया है कि ‘सेना ही तो आतंकवादियों को नियंत्रित करती है। वह ही तो उन्हें पालती है’।
लाहौर के अपने घर में आतंकियों को इकट्ठा करने के सेना के आरोप के बारे में इमरान ने अपनी भड़ास निकालते हुए कहा कि ‘पाकिस्तान की सेना आतंकवादियों को पालती है’। दरअसल सेना ने उक्त आरोप लगाते हुए इमरान के घर को चारों तरफ से घेरा हुआ है और संदेह है कि फौजी किसी भी पल उनके घर के अंदर घुसकर कोई कार्रवाई कर सकते हैं।
इमरान ने पाकिस्तान की शाहबाज सरकार तथा सेना को लगभग ललकारते हुए कहा कि ‘वे इस गलतफहमी में रहना छोड़ दें कि मैं कदम पीछे खींच लूंगा।’ उन्होंने आगे बांग्लादेश के गठन का परोक्ष उल्लेख करते हुए कहा कि ‘आज जैसे हालात हैं वैसे ही तब 1971 में थे। वही सब हो रहा है। उस वक्त भी चुनाव जीतने के बाद जिसे प्रधानमंत्री बनना चाहिए था, उसी के विरुद्ध षड्यंत्र रचा गया और षड्यंत्र रचने वाला उसकी जगह खुद प्रधानमंत्री बन गया।’
पूर्व प्रधानमंत्री इमरान ने पंजाब सरकार को भी आड़े हाथों लिया जिसने सबसे पहले उन पर घर में आतंकवादियों को छुपाए रखने का आरोप लगाया था। इमरान ने कहा कि ‘अवैध कार्यवाहक पंजाब सरकार ने जब कहा कि मेरे घर में चालीस आतंकवादी छुपे हुए हैं तो क्या उसे उनके नाम भी नहीं बता देने चाहिए थे?’
पीटीआई के अध्यक्ष का कहना है कि पंजाब सरकार ही उनके यहां 30-40 लोगों को लाने का षड्यंत्र रच कर मेरे पर ही आतंकवादियों को छुपाए रखने का ठीकरा फोड़ रही है। यह वैसी ही कोशिश है जैसी पिछली बार एक बख्तरबंद कार से मेरे घर में घुसकर कलाश्निकोव और पेट्रोल बम लगाए गए थे।
ट्वीट में इमरान लिखते हैं, ‘पिछले एक साल से पार्टी को खत्म करने की कोशिशें हो रही हैं। लेकिन इससे वह पार्टी और ताकतवर हुई है। लोग जुड़ रहे हैं। पाकिस्तान में कभी हुआ है ऐसा? महिलाओं को बाल पकड़कर खींचा गया है। कौम यह हमेशा याद रखेगी। कोई किसी गलतफहमी में न रहे, यह न सोचे कि दबाव से मेरे कदम पीछे हटेंगे।”
पीटीआई प्रमुख की मांग है कि एक स्वतंत्र आयोग बनाया जाए, जिसे वे सबूत देंगे कि कैसे लोगों से साजिश के तहत फौज पर हमला कराया गया है। जांच में सब सामने आ जाएगा कि यह किसका षड्यंत्र था, किसका षड्यंत्र था कि सेना के माध्यम से पीटीआई पार्टी को खत्म कर दें।