डेस्क से यशस्वनी की रिपोर्ट-
International Olympic Day: विश्व का सबसे बड़ा मंच जहाँ सभी खिलाडियों को अपनी प्रतिभा अन्तर्राष्ट्रीय मंच पर दिखाने करने का मौका मिलता है। वह है, ओलम्पिक खेल। इस खेल को महत्व देते हुए हर साल अन्तर्राष्ट्रीय ओलम्पिक दिवस मनाया जाता है।
भारत ने ओलम्पिक खेल से दुनिया भर में अलग पहचान बनाई है। विश्व के सभी देश इन खेलो में भाग लेते है। हर चार साल के बाद ओलम्पिक खेलो का आयोजन किया जाता है।ओलम्पिक के आयोजन से दुनियाभर के महान खिलाडियों की पहचान बनती है और देश का नाम ऊँचा होता है।
हर साल ओलम्पिक खेलो को सम्मान देने के लिए 23 जून अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक दिवस मनाया जाता है।
23 जून 1894, पेरिस, फ्रांस से ओलम्पिक की शुरुआत की गई थी। तभी से हम स्थापना दिवस के रुप में इस दिन को मनाते है। यह दिन खेल और स्वास्थ्य को समर्पित है।
अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति की बात करें तों इसका मुख्यालय स्वीटजरलैंड में है। इसके पहले ओलम्पिक अध्यक्ष देमित्रिस विकेलस थे। जिन्होंने अपनी अध्यक्षता में पहला ओलम्पिक सत्र सम्पन्न करवाया था।
ओलम्पिक खेलो में विंटर और समर खेलो का आयोजन किया जाता है। इसमे तकरीबन 200 से अधिक देश भाग लेते है।
ओलम्पिक की शुरुआत 1894 में हुई पर ओलंपिक दिवस पहली बार 23 जून 1948 को मनाया गया था। पहली बार इसमें 9 देशो ने भाग लिया था, इसमे भारत सहित पुर्तगाल, ग्रीस, ऑस्ट्रिया, कनाडा, स्विट्जरलैंड, ग्रेट ब्रिटेन, उरुग्वे, वेनेजुएला और बेल्जियम शामिल थे।
ओलम्पिक डे के दिन दौड़ का आयोजन किया जाता है। ओलम्पिक रन डे की शुरुआत 1987 में की गई थी। इस दिन पहली बार दौड़ प्रतियोगिता का आयोजन किया गया था।
इस प्रतियोगिता में हर उम्र के लोग भाग लेते है। 2014 में 101 वर्ष की महिला ने इसमे भाग लेकर वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाया था, पर इस बार 106 वर्ष की बुजुर्ग महिला प्रतिभागी ने इसमें भाग लेकर उनका रिकॉर्ड तोड नया रिकॉर्ड कायम किया।
ओलम्पिक खेलो में भारत के प्रदर्शन की बात करें तो इसने अपने बेहतर प्रदर्शन से विश्वभर में सुर्खिया बटोरी हैं।
भारत ने अब तक आलंपिक में 28 पदक हासिल किए हैं। जिसमें 9 स्वर्ग पदक, 6 सिल्वर पदक और 11 कास्य पदक है। भारत को आलंपिक में सर्वाधिक पदक भारत की हॉकी टीम ने दिलाए है।
पिछले कुछ सालो से ओलम्पिक दिवस में हो रहे कार्यक्रम में काफी सुधार देखने को मिला है।पहले केवल एक दौड़ तथा कुछ खेल खेले जाते थे।पर आज इसका बड़े स्तर पर आयोजन किया जाता है।
ओलंपिक दिवस के लिए अब तीन स्तम्भ बनाए गए है, जो सभी के लिए मददगार साबित हो रहे है, जो आगे बढ़ो', 'सीखो' और 'खोजो' इस प्रकार है। इन स्तम्भों की रणनीति के अनुसार नए नए खेल खेले जाते है और सभी की कैपेबिलिटीज की पहचान की जाती है।
ओलंपिक दिवस पर सोशल मीडिया पर इस बार #मूवफॉरपीस हैशटेग भी लगाये गए है ।