डेस्क न्यूज़- योगी सरकार ने उत्तर प्रदेश के 27 लाख से अधिक सरकारी कर्मचारियों और पेंशनभोगियों को बड़ा तोहफा दिया है, यूपी सरकार ने राज्य के 15 लाख कर्मचारियों और 12 लाख से अधिक पेंशनभोगियों के लंबित महंगाई भत्ते को जारी कर दिया है, पिछले डेढ़ साल से कोरोना वायरस के चलते इन कर्मचारियों की वेतन वृद्धि रोक दी गई है और उन्हें महंगाई भत्ता भी नहीं मिल रहा है, हाल ही में केंद्र सरकार ने भी सभी सरकारी कर्मचारियों को रुका हुआ महंगाई भत्ता देने का ऐलान किया है, इसके बाद यूपी सरकार ने भी अपने कर्मचारियों को महंगाई भत्ता देने का ऐलान किया है, यूपी सरकार ने पिछले साल कोरोना वायरस के चलते सरकारी कर्मचारियों के वेतन वृद्धि को टाल दिया था, तब से ये कर्मचारी वेतन वृद्धि का इंतजार कर रहे हैं।
यूपी में जनवरी 2020 से कर्मचारियों का महंगाई भत्ता बंद है, जनवरी के बाद जुलाई 2020 और जनवरी 2021 का महंगाई भत्ता भी कर्मचारियों को नहीं मिला है। सरकार ने कहा कि इन कर्मचारियों को अगले 7 महीने में तीन बार महंगाई भत्ता मिलेगा, साथ ही उनके वेतन में सालाना बढ़ोतरी भी शुरू हो जाएगी। जुलाई में कर्मचारियों को 11 फीसदी की दर से महंगाई भत्ते का लाभ मिल सकता है, इसके साथ ही जुलाई में ही उनकी सैलरी में भी 3 फीसदी की बढ़ोतरी हो सकती है।
पिछले साल योगी सरकार ने कोरोना के चलते कर्मचारियों के वेतन वृद्धि और अन्य भत्तों पर रोक लगा दी थी. सरकार ने इसके जरिए करीब 8 हजार करोड़ रुपये बचाने का दावा किया था, पहले सरकारी कर्मचारियों को 17 प्रतिशत भत्ता मिलता था। पिछले साल कोरोना वायरस के चलते इसमें कोई बदलाव नहीं किया गया था।
कर्मचारियों का महंगाई भत्ता जारी होने से सरकारी खजाने पर करीब 3000 करोड़ का बोझ पड़ेगा, लेकिन चुनावी साल होने के कारण सरकार कर्मचारियों को खुश करने में पीछे नहीं रहना चाहती है. सेवानिवृत्त कर्मचारियों के लिए भी महंगाई भत्ते में वृद्धि की घोषणा की गई है। इससे यूपी के 12 लाख पेंशनभोगियों को फायदा होगा। यूपी में अगले साल विधानसभा चुनाव होने हैं। विपक्षी दल कोरोना काल में सरकार के खराब प्रबंधन की आलोचना कर रहे हैं. इसे देखते हुए सीएम योगी ने हाल ही में दिल्ली में पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा, गृह मंत्री अमित शाह और पीएम मोदी के साथ बैठक की थी, इसके बाद सीएम योगी ने हर वर्ग की समस्याओं की पहचान कर उनका समाधान निकालने में जुट गई है।