मुंबई- लोकसभा चुनाव में मिली जीत के बाद अयोध्या में रामलला के दर्शन करने के बाद शिवसेना राम मंदिर के मुद्दे को लगातार उठा रही है। ऐसे मे राम मंदिर पर शिवसेना सख्त हो गई है, शिवसेना ने कहा 350 सांसदों का बहुमत ही है राम मंदिर का जनादेश है, इसलिए राम मंदिर का निर्माण जल्द-से-जल्द हो,
बीजेपी को पूर्ण बहुमत के साथ दोबार सत्ता में वापसी के बाद अयोध्या में राम मंदिर निर्माण का मुद्दा एक बार फिर गर्माने लगा है। राम मंदिर के मुद्दे पर शिवसेना ने मंगलवार को अपने मुखपत्र 'सामना' में कहा है कि लोकसभा में 350 से अधिक सांसदों के साथ,
केंद्र सरकार को अब एक कदम आगे बढ़ना चाहिए और अयोध्या में एक मंदिर का निर्माण करके भगवान राम के वनवास को समाप्त करना चाहिए। शिवसेना ने मुखपत्र ये भी बताया है कि अब अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण क्यों होना चाहिए।
शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने अपने बेटे आदित्य और पार्टी के 18 सांसदों के साथ 16 जून अयोध्या पहुंचे हुए थे। जहां राम लल्ला के भोज में शामिल होने के बाद पार्टी के मुखपत्र 'सामना' में इस मुद्दे पर अपने विचार व्यक्त किए। उद्धव ठाकरे के दौरे से एक दिन पहले यूपी के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने भी अयोध्या का दौरा किया था।
सामना के संपादकीय में कहा गया है कि अगर ये दोनों विकल्प विफल हो जाते हैं तो राम मंदिर का निर्माण एक अध्यादेश लाकर राम मंदिर का निर्माण किया जाना चाहिए। सामना में कहा गया है कि मंदिर का निर्माण कैसे होगा, किस तरह बनेगा इसका निर्णय अब लेना चाहिए। 350 सांसदों का बहुमत ही राम मंदिर का जनादेश हैं।