डेस्क न्यूज़- यदि कोई व्यक्ति व्हेल द्वारा निगल लिया जाता है, तो संभवतः उसका जीवित रहना असंभव होगा, लेकिन कई बार कुछ लोग इतने खुशनसीब होते हैं कि मौत के मुंह में जाने के बाद भी जिंदा निकल आते हैं, ऐसा ही कुछ अमेरिका में हुआ जब एक मछुआरा एक विशालकाय व्हेल मछली के मुंह में चला गया, लेकिन किस्मत ने आखिरी वक्त पर उसका साथ दिया और वह मछुआरा जिंदा निकल आया।
अमेरिकी मछुआरे ने मौत से जिंदा आने के बाद कहा कि 'मैं व्हेल मछली के मुंह में चला गया और उसने मुझे बाहर निकाल लिया, करीब 40 सेकेंड तक मैं मछली के मुंह में ही रहा, लेकिन मुझे नहीं पता कि व्हेल मछली के दिमाग में क्या आया कि उसने मुझे अपने मुंह से समुद्र तट की ओर फेंक दिया, इस मछुआरे का नाम माइकल पैकार्ड है, जिसने फेसबुक पर अपनी भयावह कहानी बताई है।
माइकल पैकार्ड ने बताया कि हंपबैक विशालकाय व्हेल ने उसे निगल लिया था और मछली उसे खाने की कोशिश करने लगी थी, उसने मुझे खाने के लिए अपने दांत भी दबाए, लेकिन मुझे नहीं पता कि मैं व्हेल के मुंह से कैसे बच गया, मछुआरे का कहना है कि एक भी हड्डी नहीं टूटी है, हां अगर व्हेल मछली का दांत उस पर लग जाता, तो शायद उसका जीवित रहना असंभव हो जाता, माइकल पैकार्ड की जान तो बच गई है, लेकिन उन्हें अभी भी यकीन नहीं हो रहा है कि उन्हें एक विशालकाय व्हेल मछली ने निगल लिया था और वह मौत के मुंह से निकल गए थे।
माइकल पैकार्ड ने व्हेल के जीवित होने के बाद एक स्थानीय समाचार पत्र को दिए एक साक्षात्कार में कहा कि 'वह मैसाचुसेट्स के पूर्वोत्तर तट से झींगा मछली पकड़ने के लिए पानी के भीतर गोता लगा रहा था, लेकिन अचानक मुझे एक बड़ा झटका लगा और महसूस हुआ कि मेरे सामने सब कुछ अँधेरा हो गया है। मैं समझ नहीं पा रहा था कि क्या हो रहा है, तब मुझे लगा कि मैं किसी के मुंह में हूं और शायद अब मैं बच न पाऊं, अस्पताल से छुट्टी मिलने के बाद माइकल पैकार्ड ने कहा कि मैं लगभग 35 फीट पानी के नीचे था और व्हेल के मुंह के अंदर जाने के बाद मुझे लगा कि शायद किसी शार्क ने मुझ पर हमला किया है, लेकिन मुंह के अंदर छोटे-छोटे दांत देखकर मुझे लगा कि नहीं, यह शार्क नहीं है, क्योंकि शार्क के मुंह में बहुत सारे दांत होते हैं।
माइकल पैकार्ड ने कहा कि मैं व्हेल मछली के मुंह में था और बाहर आने के लिए मैं संघर्ष करने लगा, लेकिन व्हेल के मुंह के अंदर लड़ाई एक बच्चे की तरह थी, उन्होंने कहा कि 'मैं व्हेल से बाहर आने के लिए लगातार संघर्ष कर रहा था, जिसे देखकर व्हेल मछली ने अपना सिर हिलाना शुरू कर दिया और करीब 40 सेकेंड के बाद व्हेल ने मुझे मुंह से बाहर फेंक दिया, माइकल पैकार्ड को उनके एक दोस्त ने समुद्र से बाहर निकाला और फिर उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया।
व्हेल मछली से जुड़ी जानकारी रखने वाले जानकारों के मुताबिक माइकल पैकार्ड की जान किस्मत से ही बच पाई है और वह किस्मत के धनी हैं, जानकारों का कहना है कि या तो व्हेल मछली छोटी होगी या फिर किसी गलती की वजह से उसके मुंह से मछुआरा निकला होगा, व्हेल मछली के बारे में जानने वालों का कहना है कि एक बार व्हेल मछली मुंह में लेने के बाद अपने शिकार को नहीं छोड़ती और 30 सेकेंड में शिकार व्हेल के पेट में हो जाता है।