न्यूज़- ऑर्गनाइजेशन ऑफ इस्लामिक को-ऑपरेशन (OIC) ने पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान के साथ भारत का विरोध किया है। ओआईसी और इमरान ने भारत पर आरोप लगाया है कि वह भारत में कोरोना वायरस के इलाज में मुस्लिमों के साथ भेदभाव कर रहे हैं। आपको बता दें कि जब 2019 में ओआईसी की बैठक हुई थी, तब पहली बार भारत को भी आमंत्रित किया गया था। पीएम इमरान ने एक के बाद एक कई ट्वीट किए और लिखा कि भारत में मुसलमानों के साथ वही हो रहा है जो जर्मनी में नाजियों ने यहूदियों के साथ किया था।
The deliberate & violent targeting of Muslims in India by Modi Govt to divert the backlash over its COVID19 policy, which has left thousands stranded & hungry, is akin to what Nazis did to Jews in Gerrmany. Yet more proof of the racist Hindutva Supremacist ideology of Modi Govt.
— Imran Khan (@ImranKhanPTI) April 19, 2020
पाक के राष्ट्रपति आरिफ अल्वी ने भी ट्वीट कर भारत की आलोचना की और इस बहाने उन्होंने कश्मीर का जिक्र छेड़ दिया। अल्वी जो इमरान के करीबी हैं उन्होंने लिखा कि कश्मीर के लोगों को अत्यधिक हिंसा, प्रताड़ना और दबाव झेलना पड़ रहा है। अभी तक सरकार की ओर से अल्वी की प्रतिक्रिया पर कोई टिप्पणी नहीं की है। वहीं, इमरान ने देश के मुसलमान समुदाय को लेकर केंद्र सरकार को आड़े हाथों लिया। इस पर भारतीय विदेश मंत्रालय ने उनकी टिप्पणी को खारिज कर दिया है। विदेश मंत्रालय ने कहा है कि भारत के आतंरिक मसलों में पाकिस्तान हस्तक्षेप न करे। भारत ने कोरोना वायरस के बीच ही पाक की तरफ से जारी आतंकवाद को लेकर इमरान पर पूरी तरह से असफल रहने का आरोप लगाया है। इससे पहले ओआईसी के मानवाधिकार आयोग की तरफ से ट्वीट्स में भारत की आलोचना की गई थी। ओआईसी ने भारत पर आरोप लगाया को कोविड-19 के जरिए देश मे मुसलमानों पर हमला बोला जा रहा है और उन्हें वायरस फैलने के लिए जिम्मेदार बताया जा रहा है। ओआईसी ने मीडिया पर भी भेदभाव करने का आरोप लगाया। ओआईसी ने भारत सरकार से अपील की है कि वह इन हालातों को रोकने के लिए कदम उठाए।