आज के युवा फिल्मों को सिनेमाघर से पहले अपनी डिवाइस में देखना चाहते है। जिन फिल्मों को वे सिनेमाघर में नहीं देख पाते है, उन फिल्मों को वे कई तरह की वेबसाइट के जरिये डाउनलोड कर लेते है। पूरी दुनिया में इंटरनेट पर उपलब्ध कई वेबसाइटों से फिल्म और वेब सीरीज आसानी से डाउनलोड की जा सकती हैं।
जिनमें hdhub4u, MP4moviez, Kuttymovies, Tamilmovies Tamilrockers, Movierulz, और Filmyzilla जैसी कई वेबसाइटें हैं, जहां हर भाषा में सभी फिल्मों और वेब सीरीज के पायरेटेड प्रिंट आसानी से उपलब्ध हैं। इसके माध्यम से नई से नई फिल्म और वेब सीरीज को अपनी डिवाइस में पा सकते है।
हालांकि इस पायरेसी की वजह से फिल्म इंडस्ट्री को काफी नुकसान उठाना पड़ता है। साथ ही फिल्म फ्लॉप होने का खतरा भी रहता है।
hdhub4u वेबसाइट एक पायरेटेड वेबसाइट है, इस वेबसाइट से नई फिल्में या OTT पर तारीख से पहले या लगभग एक साथ रिलीज होने वाली फिल्म और वेब सीरीज को डाउनलोड किया जा सकता है।
दर्शक अपने डिवाइस में फिल्म और वेब सीरीज डाउनलोड कर लें तो वह सिनेमाघर क्यूं ही जायेगे। इसकी वजह से सिनेमा हॉल के दर्शकों में भारी गिरावट आती है। इससे हॉलीवुड, बॉलीवुड और टॉलीवुड जैसे फिल्म उद्योगों को भारी नुकसान होता है।
hdhub4u के साथ- साथ और कई वेबसाइटों पर भारत सरकार ने पायरेसी को बढ़ावा देने के चलते प्रतिबंध लगा दिया है, जिन पर डाउनलोडर हिंदी, अंग्रेजी, पंजाबी, तमिल, तेलुगु और मलयालम सहित सभी भारतीय और अंतर्राष्ट्रीय शो, फिल्में और गाने को विभिन्न स्वरूपों में डाउनलोड कर सकता है।
Disclaimer: इस वेबसाइट के माध्यम से किसी भी प्रकार की सामग्री डाउनलोड करना आपके लिए असुरक्षित हो सकता है जिसके जिम्मेदार आप खुद होगें। इस आर्टिकल से हम किसी भी तरह की पायरेटेड वेबसाइट को प्रमोट नहीं करते है।
hdhub4u से फिल्में डाउनलोड करना एंटी-पाइरेसी कानून का उल्लंघन करना है। इन वेबसाइटों के जरिये फिल्में डाउनलोड करना बिल्कुल भी सुरक्षित नहीं है। इससे आप कानूनी मामले में भी बुरी तरह से फंस सकते हैं। साथ ही आपको जेल हो सकती है या फिर भारी जुर्माना लगाया जा सकता है। इसके अलावा इन वेबसाइट में वायरस भी होते हैं, जो आपके मोबाइल फोन, लैपटॉप, कंप्यूटर आदि को खराब कर सकते है। इन वेबसाइटों के द्वारा आपके डिवाइस से डेटा भी चुरा जा सकता है।
गौरतलब है कि सिनेमैटोग्राफ संशोधन विधेयक 2019 के तहत एक प्रावधान लागू किया गया है। जिसमें फिल्म निर्माता की लिखित अनुमति के बिना ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर फिल्में अपलोड करना दंडनीय अपराध है। जुर्म साबित होने पर भारी जुर्माना या तीन साल की जेल की सजा होगी। साथ ही, इसे कॉपीराइट उल्लंघन माना जाता है।