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राम मंदिर – यूपी सरकार मुस्लमानों को अयोध्या के इस गांव में देने जा रही है जमीन..

अंसारी ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के आदेश में अयोध्या में ही मस्जिद के लिए 5 एकड़ जमीन देने के लिए कहा गया था

savan meena

न्यूज –  कुछ दिन पहले ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोकसभा में राम मंदिर ट्रस्ट बनाने की घोषणा की थी, इस ट्रस्ट में कुल 15 सदस्य को शामिल। 15 में से एक सदस्य दलित समुदाय से भी होगा। लेकिन सुप्रीम कोर्ट के फैसले में मस्जिद को भी जमीन देने की भी बात हुई थी, तो क्या सरकार ने मस्जिद के लिए जमीन दे दी है , चलिए आपको बताते है…

सुप्रीम कोर्ट के फ़ैसले के अनुसार, अयोध्या में राम मंदिर के लिए केंद्र सरकार के ट्रस्ट बनाने की घोषणा के साथ ही यूपी सरकार ने मस्जिद के लिए पांच एकड़ जगह देने की भी घोषणा कर दी, लेकिन सरकार ने जो जगह देने की पेशकश की है उसे लेकर मुस्लिम पक्ष और अयोध्या के आम मुसलमानों नाराज है।

यूपी सरकार के प्रवक्ता और कैबिनेट मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह ने बताया, "कैबिनेट की बैठक में पांच एकड़ ज़मीन का प्रस्ताव पास हो गया है, हमने तीन विकल्प केंद्र को भेजे थे, जिसमें से एक पर सहमति बन गई है, जिस जमीन पर सहमति बनी है वो ज़मीन अयोध्या से 22 किलोमीटर दूर लखनऊ-अयोध्या हाई-वे पर है, उत्तरप्रदेश की योगी सरकार ये जमीन सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर देने जा रही है, लेकिन अयोध्या में इतनी दूर जमीन मिलने से बाबरी मस्जिद के पक्षकार और अयोध्या के आम मुस्लमान भी नाराज है। और इतनी दूर ज़मीन देने के प्रस्ताव का विरोध कर रहे हैं।

बाबरी मस्जिद के पक्षकार इकबाल अंसारी ने सुप्रीम कोर्ट के फैसले का स्वागत तो किया लेकिन मस्जिद के लिए इतनी दूर जमीन दिये जाने पर नाराजगी जताई। उन्होनें कहा कि मस्जिद के लिए दी जाने वाली जमीन पर सुप्रीम कोर्ट के आदेश की अनदेखी की गई है,

अंसारी ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के आदेश में अयोध्या में ही मस्जिद के लिए 5 एकड़ जमीन देने के लिए कहा गया था,लेकिन प्रधानमंत्री ने अयोध्या में मस्जिद के लिए जमीन न देकर श्रीराम जन्मभूमि से करीब 20-22 किलोमीटर दूर तहसील सोहावल ग्राम धनीपुर थाना रौनाही में दी है, अंसारी ने कहा कि प्रदेश में भाजपा की योगी सरकार बनने के बाद ही फैजाबाद जिले का नाम बदलकर अयोध्या किया गया है, इसलिए मस्जिद की भूमि भी अयोध्या में दी जानी चाहिए।

मस्जिद के लिए जो जमीन दी गई है वो गांव अयोध्या ज़िले के सोहवाल तहसील में आता है, बताया जा रहा है कि धन्नूपुर गांव में जिस जगह सरकार ने ज़मीन दी है वो मुस्लिम आबादी के क़रीब है और पास में ही एक दरगाह है जहां हर साल मेला लगता है, ऐसे में यह जगह मुस्लिम बहुल है तो मस्जिद की उपयोगिता भी है।

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