डेस्क न्यूज़- आम आदमी पार्टी (आप) के सीएम चेहरे को लेकर पंजाब में खींचतान चल रही है। पार्टी की देरी से नेताओं का सब्र टूटने लगा है। विधायक रूपिंदर रूबी ने कहा कि पार्टी भगवंत मान के नाम का ऐलान करे। उनके अलावा पंजाब में ऊपर कोई दूसरा नेता नहीं है। इसके बाद सिर्फ अरविंद केजरीवाल ही बचे हैं। उन्होंने कहा कि कहीं ऐसा न हो कि घोषणा में देरी से पार्टी को नुकसान हो।
रूबी ने यह भी खुलासा किया कि भगवंत मान को 3 बार दिल्ली बुलाया गया था। इसके बावजूद कोई सकारात्मक प्रतिक्रिया नहीं मिली। इस वजह से वह शांत हुए और घर पर बैठ गए। पंजाब में वालंटियर लगातार भगवंत मान के नाम की घोषणा की मांग कर रहे हैं। पार्टी नेतृत्व को इसे गंभीरता से लेना चाहिए ताकि वालंटियर का दिल न टूटे। रूबी ने भगवंत मान की तारीफ करते हुए कहा कि उन्होंने काफी मेहनत की है। पूरे पंजाब में रैलियां और नुक्कड़ सभाएं कर चुके हैं।
सीएम चेहरे पर दावा करना भगवंत मान का स्वार्थ नहीं बल्कि हक है। वो इसी लायक हैं। उन्होंने कहा कि उन्हें समझ नहीं आ रहा है कि इसमें देरी क्यों हो रही है। अब जबकि नवजोत सिद्धू पंजाब कांग्रेस के अध्यक्ष भी बन गए हैं तो उनके आने की उम्मीद कम ही है। इसके अलावा पार्टी ने बाकी चेहरों को लेकर भी बातचीत खत्म कर दी है। उन्होने कहा कि अरविंद केजरीवाल पहले ही कह चुके हैं कि पंजाब में पार्टी का सीएम चेहरा सिख समुदाय से होगा, लेकिन वह नाम की घोषणा नहीं कर रहे हैं। केजरीवाल ने पंजाब में 2 दौरे किए हैं। हर बार वह यह कहते हुए टाल देते हैं कि वह जल्द ही इसकी घोषणा करेंगे।
2017 के पंजाब विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी के पास अच्छा मौका था। हालांकि वह सीएम का कोई चेहरा नहीं दे सके। तब विपक्षी दलों ने यह मुद्दा उठाया कि अगर आप जीत दर्ज करती है तो कोई बाहरी व्यक्ति पंजाब का सीएम बन सकता है। इस वजह से पार्टी हार गई। जिसके बाद इस बार आप के नेता इस बात पर जोर दे रहे हैं कि चेहरा जल्द घोषित किया जाए।