न्यूज – राजस्थान में राज्यसभा चुनाव से पहले सियासी आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है। कांग्रेस के बाद विपक्ष के दो नेताओं ने राज्य सरकार पर फोन टैपिंग का आरोप लगाया है। आपको बता दें कि 19 जून को राजस्थान की चार सीटों पर राज्यसभा का चुनाव होना है।
राजस्थान की कांग्रेस सरकार पर निशाना साधते हुए राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी (आरएलपी) के नेता हनुमान बेनीवाल ने आरोप लगाया कि उनके फोन टैप किए जा रहे हैं और मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के हॉर्स ट्रेडिंग (विधायकों की खरीद फरोख्त) के आरोपों को निराधार बताया है।
विपक्ष के नेता गुलाबचंद कटारिया से मिलने के बाद पत्रकारों से बातचीत के दौरान बेनीवाल ने आरोप लगाया कि हॉर्स ट्रेडिंग को लेकर गहलोत ने जो आरोप लगाया है वह निराधार हैं और पूरा स्क्रीन प्ले उनके द्वारा तैयार किया गया ताकि प्रदेश पार्टी प्रमुख सचिन पायलट की छवि को खराब किया जा सके। उन्होंने कहा कि कई निर्दलीय और सत्तारूढ़ पार्टी के विधायक हमारे संपर्क में हैं और मैं उनसे अंतरात्मा की आवाज पर बीजेपी उम्मीदवारों के पक्ष में मतदान करने की अपील करता हूं।
कांग्रेस प्रवक्ता अर्चना शर्मा ने कहा कि सीएम के बयान तथ्यों पर आधारित थे और जांच चल रही है, उसमें शामिल सभी लोगों को बेनकाब किया जाएगा। उन्होंने कहा कि आरएलपी नेता को सभी मुद्दों का राजनीतिकरण करने की आदत है। शनिवार को, राजस्थान विधानसभा में विपक्ष के उप नेता राजेंद्र राठौड़ ने भी आरोप लगाया था कि राज्य सरकार विधायकों के कथित खरीद फरोख्त के आरोपों की जांच की आड़ में विपक्षी सदस्यों के फोन कॉल टैप कर रही है। उन्होंने कहा कि नागौर में, हमारे टेलीफोन टैप किए गए हैं। राज्य सरकार ऐसी गतिविधियां कर रही है, जो लोकतंत्र के लिए अच्छा नहीं है। राठौड़ ने यह भी घोषणा की कि आरएलपी के तीन विधायक 19 जून को होने वाले राज्यसभा चुनाव में बीजेपी के समर्थन में वोटिंग करेंगे।
राजस्थान के पुलिस महानिदेशक भूपेंद्र सिंह ने इस बात से इनकार किया कि सांसदों के फोन टैप किए जा रहे हैं। राज्य में कहीं भी निर्वाचित प्रतिनिधियों के किसी भी फोन की निगरानी नहीं की जा रही है। सत्तारूढ़ कांग्रेस ने बीजेपी पर 19 जून राज्यसभा चुनाव से पहले हॉर्स ट्रेडिंग के आरोप लगाए। इसके बाद पार्टी ने अपने सभी विधायकों को और निर्दलीय विधायको को एक होटल में ठहराया है।.
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