बिहार से एक सनसनी खबर सामने आई है। जिसने एक बार फिर से बिहार में सुरक्षा व्यवस्था की स्थिति जग जाहिर कर दी है। घटना बिहार के बेतिया की है। जहां पर 10 अगस्त को बदमाशों ने एक गूंगे पुजारी का सिर काट दिया। पुजारी यहां पर 40 साल से पूजा कर रहा था। गोपालपुर थाना क्षेत्र के बकुलहार मठ स्थित राम जानकी मंदिर के पुजारी रुदल प्रसाद वर्णवाल (55) का सिर काटकर उसे चनपटिया थाना क्षेत्र के पिपरा गांव स्थित काली मंदिर में फेंक दिया गया। घटना को लेकर लोगों में काफी आक्रोश है।
स्थानीय लोगों से मिली जानकारी के अनुसार पिपरा गांव के लोग 10 अगस्त बुधवार सुबह काली मंदिर में पूजा करने गए तो मंदिर के गेट पर कटा सिर देख दंग रह गए, देखते ही देखते वहां लोगों की भीड़ लग गई। दोनों मंदिरों के बीच की दूरी करीब एक किलोमीटर है। ग्रामीणों ने बताया कि बकुलहर रामजानकी मंदिर के पुजारी मंगलवार की रात रोज की तरह मंदिर परिसर में ही सोए हुए थे। अपराधी छत से घुसे और पुजारी का सिर काट कर फरार हो गए। जैसे ही ग्रामीणों ने पुजारी का शव देखा वैसे ही इसकी सूचना पुलिस को दे दी गई।
वहीं गोपालपुर व चनपटिया पुलिस मामले की जांच में जुट गई है। एक मीडिया रिपोर्ट की माने तो बकुलहर गांव के एक ग्रामीण अरुण कुमार तिवारी ने बताया कि बुधवार सुबह जब लोग मठ की ओर गए तो उन्हें राम जानकी मंदिर में खून दिखाई दिया। पुजारी का धड़ भी वहीं पड़ा हुआ था। इसी बीच सूचना मिली कि पिपरा के काली मंदिर में किसी का सर मिला है। यह सर पुजारी का ही था। दोनों मंदिरों के पास लोगों की भारी भीड़ जमा हो गई। घटना को लेकर लोगों में काफी आक्रोश है।
घटना का कारण अभी स्पष्ट नहीं है। उधर, चनपटिया व गोपालपुर पुलिस मौके पर पहुंच गई है। डॉग एस्कॉर्ट टीम को भी बुलाया गया है। मामले की जांच की जा रही है। पुलिस का कहना है कि जल्द ही घटना के दोषियों को पकड़ लिया जाएगा।