दिल्ली के कंझावला इलाके में सड़क हादसे में एक लड़की की मौत के मामले में नया मोड़ आया है। पुलिस ने मृतक का रूट खंगाला तो पता चला कि मृतक उस रात स्कूटी पर अकेला नहीं थी। उसके साथ एक और लड़की मौजूद थी। इस दौरान आरोपी की कार से दोनों का एक्सीडेंट हो गया। एक सीसीटीवी फुटेज में लड़की की स्कूटी पर एक और लड़की भी नजर आ रही है।
पुलिस ने यह खुलासा रोहिणी इलाके में एक होटल के सामने लगे सीसीटीवी फुटेज के आधार पर किया है। इसमें मृतका अपनी सहेली के साथ बातचीत करती नजर आ रही है। इसके बाद दोनों स्कूटी पर निकल जाते हैं। इस बीच उस होटल के कर्मचारी ने बताया कि पीड़िता के साथ उसकी सहेली भी आई थी। दोनों ने दस्तावेज देकर कमरा बुक कराया था। कुछ लड़के भी आ गए, उन्होंने अलग कमरा बुक कर लिया। इसके बाद दोनो के कमरे में गए और वहां करीब 5 मिनट रुके।
होटल स्टाफ ने बताया कि कमरे से लड़ाई की आवाज आ रही थी और वे आपस में गाली-गलौज कर रहे थे। हमारे मैनेजर ने सबसे कहा कि झगड़ा मत करो। इसके बाद दोनों युवतियां मारपीट कर चली गईं। वह होटल के बाहर काफी देर तक लड़ती भी रही, जो सीसीटीवी में रिकॉर्ड हो गया। फुटेज कल शाम पुलिस को दी गई।
हादसे के दौरान दूसरी दूसरी लड़की को मामूली चोटें आईं और वह मौके से अपने घर चली गई, लेकिन मृतका का पैर कार के एक्सल में फंस गया। इसके बाद कार में बैठे आरोपी उसे 13 किमी तक घसीटते ले गए।
ये बेहद हैरान करने वाली बात इसलिए सामने आई है क्योंकि कल खुद दिल्ली पुलिस के स्पेशल सीपी ने इस मामले में ब्रीफिंग की थी। उन्होने पूरी घटना बताई। लेकिन तब तक दिल्ली पुलिस को भी पता नहीं चला था कि न केवल मृतक बल्कि उसकी स्कूटी पर मौजूद एक अन्य लड़की का भी उस रात एक्सीडेंट हो गया था।
इससे पहले सोमवार को दिल्ली पुलिस ने बताया था कि कंझावला इलाके में हुई इस घटना में लड़की को एक कार ने करीब 13 किलोमीटर तक घसीटा था, पुलिस ने कहा था कि पीड़िता के पोस्टमॉर्टम के लिए मेडिकल बोर्ड का गठन किया गया है।
प्राथमिकी के अनुसार, रात करीब 2 बजे हुई इस घटना के सिलसिले में गिरफ्तार किए गए आरोपियों ने दुर्घटना से कुछ घंटे पहले किसी से कार मांगी थी। प्राथमिकी के मुताबिक, मामले के आरोपी दीपक खन्ना और अमित खन्ना ने कार अपने दोस्त आशुतोष से ली थी। हादसे के बाद कार वापस अपने घर में खड़ी कर दी।
एफआईआर के मुताबिक, दीपक ने दिल्ली पुलिस के एसआई को बताया कि कार वह चला रहा था। उनके मुताबिक मामले के एक अन्य आरोपी मनोज मित्तल आगे की सीट पर बैठा था, जबकि मिथुन, कृष्णा और अमित पीछे की सीट पर थे। कृष्णा विहार में उनकी कार की स्कूटी से टक्कर हो गई। एक लड़की स्कूटी चला रही थी। लड़की जब स्कूटी से नीचे गिरी तो वे डर गए और कंझावला की ओर भागे।
प्राथमिकी में यह भी कहा गया है कि जब उन्होंने कंझावला रोड पर जोंटी गांव के पास कार रोकी तो उन्होंने देखा कि स्कूटी लड़की चला रही थी और लड़की उनकी कार के नीचे है। आरोपी डर गए और लड़की को वहीं छोड़कर भाग गए। वे आशुतोष के घर गए और वहां कार खड़ी कर अपने-अपने घर चले गए।