Madhuri Sonkar
होली खुशियों का त्योहार होता है। लोग आपस में गले मिलकर, एक-दूसरे को रंग-गुलाल लगाकर ये त्योहार मनाते हैं। रंगों के बिना होली का त्योहार अधूरा सा रहता है, तो चलिए आपको बताते है फूलों से प्राकृतिक रंग के बनाने के बारे में।
होली के लिए सुर्ख लाल रंग का गुलाल चाहिए, तो गुलाब के फूलों से इसे तैयार कर सकते हैं। इसके लिए आप गुलाब के पत्तों को सुखा लें। इसके बाद गुलाब जल डालकर पाउडर तैयार कर लें।
होली के नेचुरल कलर्स बनाने में पलाश के फूलों का भी बहुत ज्यादा इस्तेमाल किया जाता है। पलाश के फूल भी लाल, पीले और नारंगी रंग के होते हैं, तो आप इनसे ये तीनों रंग तैयार कर सकते हैं। स्किन फ्रेंडली होने के साथ ही ये खुशबूदार भी होते हैं।
गुड़हल या हिबिस्कस के फूल तो इतनी कलर्स में अवेलेबल हैं कि आप हर एक से एक नया रंग तैयार कर सकते हैं। लाल, गुलाबी, सफेद, पीले, पिंक कलर के गुड़हल होते है। इनसे होली के लिए नेचुरल गुलाल बनाने का बहुत ही बेहतरीन ऑप्शन हैं।
गेंदे के फूलों का इस्तेमाल शादी, फेस्टिवल्स में सजावट से लेकर नेचुरल कलर्स बनाने तक में कर सकते हैं। पीले, नारंगी और लाल रंग के गेंदे से आप पूरे तीन रंग तैयार कर सकते हैं।
बसंत के मौसम में खिलने वाले गुलदाउदी के फूलों से भी नेचुरल कलर तैयार किया जाता है। इसमें भी कलर्स की बहुत वैराइटी होती है। मतलब आप घर में ही कई तरह के गुलाल बना सकते हैं।
नीले रंग के खूबसूरत अपराजिता के फूल को आप नीला गुलाल बनाने में इस्तेमाल कर सकते हैं। आप इससे सूखा गुलाल और रंग दोनों बना सकते हैं।