Brain Tumor: रोजाना करें इन 3 योगासनों का अभ्यास, ब्रेन ट्यूमर का घटेगा खतरा

Madhuri Sonkar

ब्रेन ट्यूमर मस्तिष्क में असामान्य कोशिकाओं की एक गांठ होती है। ट्यूमर मस्तिष्क के किसी भी हिस्से में विकसित हो सकता है और तंत्रिका तंत्र के कार्यों को प्रभावित कर सकता है।

ब्रेन ट्यूमर के सामान्य लक्षणों में सिरदर्द, मिर्गी आना, याददाश्त में कमी, जी मिचलाना, दृष्टि और श्रवण संबंधी समस्याएं, कमजोरी व बोलने में कठिनाई आना है। ब्रेन ट्यूमर के खतरे को कम करने के साथ ही मस्तिष्क को सेहतमंद रखने के लिए नियमित तीन योगासनों का अभ्यास कर सकते हैं।

हृदयगति को नियंत्रित करने के लिए वज्रासन का अभ्यास कर सकते हैं। इससे स्ट्रेस हार्मोंन काॅर्टिसोल घटता है और तनाव कम हो सकता है। वज्रासन के अभ्यास से जांघों और पिंडलियों की नसें व मांपेशियां मजबूत होती हैं।

वज्रासन के अभ्यास के लिएजमीन पर दोनों पैर फैलाकर सीधे बैठ जाएं। अब दोनों हाथों को कुल्हे के पास फर्श पर टिका लें। ध्यान रखें कि पूरा भार हाथों पर न आएं। पहले दायां और फिर बायां पैर मोड़कर कूल्हे के नीचे ले जाएं। दोनों जांघों और पैर के अंगूठे को आपस में सटा लें।

इस आसन के नियमित अभ्यास से शरीर की मांसपेशियां लचीली होती हैं। आसन के अभ्यास के दौरान गहरी सांस लेने की वजह से फेफड़ों में फैलाव आता है, जिससे इसकी सफाई होती है। ताड़ासन करने के लिए सीधे खड़े हो जाएं। ध्यान रखें कि अभ्यास के दौरान कमर और गर्दन झुके नहीं। अब दोनों हाथों को ऊपर करते हुए धीरे धीरे सांस लेते हुए शरीर को खींचें। दो से चार मिनट तक इस अवस्था में रहें और फिर सांस छोड़ते हुए सामान्य अवस्था में आ जाएं।

भ्रमण प्राणायाम करने के लिए टहलते समय शरीर को सीधा रखते हुए सांस धीरे-धीरे लें। अच्छी तरह से गहरी सांस लेते हुए सांस को छोड़ें। ध्यान रखें कि सांस लेने से ज्यादा सांस छोड़ते समय आपको समय लेना है। हर 5 से 7 कदमों के बीच तक अंदर ही सांस को रोके और धीरे धीरे समय लेकर छोड़ें। इस प्रक्रिया को कम से कम 10 बार दोहराएं।