Madhuri Sonkar
चैत्र नवरात्रि के समापन यानी नवरात्रि के अंतिम दिन राम नवमी मनाई जाती है। इस बार राम नवमी 17 अप्रैल, बुधवार को मनाई जा रही है। धार्मिक मान्यताओं के मुताबिक, रामनवमी का पर्व भगवान विष्णु के अवतार प्रभु श्री राम के जन्मदिन की खुशी में मनाया जाता है।
चैत्र माह की नवमी तिथि को अयोध्या के राजा दशरथ और माता कौशल्या के पुत्र प्रभु श्रीराम का जन्म हुआ था। राम नवमी के दिन लोग दोपहर 12 बजे रामलला का जन्म कराते हैं और पूजा अर्चना करते हैं। इस मौके पर लोग रामलाल के दर्शन के लिए मंदिर जाते है।
अयोध्या के राम मंदिर के निर्माण और रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के बाद से सभी राम भक्त अयोध्या जाना चाहते हैं। अगर आप इस रामनवमी के मौके पर राम मंदिर जाने की योजना बना रहे हैं तो कुछ बातों का विशेष ध्यान रखें।
ध्यान रखें कि राम मंदिर में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के बाद से ही श्रद्धालुओं की भीड़ अयोध्या पहुंच रही है। हर दिन यहां एक-डेढ़ लाख श्रद्धालु पहुंच रहे हैं। रामनवमी के मौके पर अधिक यात्रियों के आगमन की संभावना है।
इस दिन राम लला का सूर्य तिलक किया जाना है। ऐसे में अधिक भीड़ के कारण सही से दर्शन न मिल पाने की भी स्थिति बन सकती है। भीड़भाड़ में परेशानी भी हो सकती है।
मंदिर परिसर में फोन, पर्स, चार्जर या दूसरे इलेक्ट्रॉनिक सामान को ले जाने पर रोक है। ऐसे में मंदिर जाने से पहले इन चीजों को होटल या लॉकर में जमा करा दें।