Madhuri Sonkar
हाल ही में गुरुग्राम के एक रेस्टोरेंट में माउथ फ्रेशनर की जगह कस्टमर को ड्राई आइस सर्व कर दिया गया। जिसके खाने के बाद उनके मुंह से खून आने लगा।
ड्राई आइस के सेवन की वजह से उनको जलन होने लगी और खून आने लगा इसकी वजह से उन्हें इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया। इसी के साथ ही लोगों के मन में ये सवाल भी उठ रहा है कि ड्राई आइस क्या है। इसके सेवन से क्या नुकसान चलिए बताते है।
डॉक्टर बताते हैं कि ड्राई आइस -78.5°C (-109.3°F) के तापमान पर कार्बन डाइऑक्साइड (CO2) का ठोस यानी सॉलिड रूप होता है। इसका उपयोग आम तौर पर रेफ्रिजरेंट के रूप में, मनोरंजन और थिएटर में धुआं या कोहरे का प्रभाव पैदा करने के लिए और शिपिंग के दौरान खराब होने वाली वस्तुओं को संरक्षित करने के लिए किया जाता है।
ड्राई आइस के सीधे संपर्क में आने से त्वचा और टिश्यू के जमने से नेक्रोसिस या टिश्यू डैमेज की समस्या हो सकती है। इसके साथ ही ड्राई आइस बहुत ठंडी होती है, इसलिए इसे खाने से मुंह, फूड बाइक्स और गैस्ट्रोइंस्टेस्टाइनल ट्रैक्ट में जलन हो सकती है।
ड्राई आइस कार्बन डाइऑक्साइड गैस में परिवर्तित हो जाती है, जो ठोस यानी सॉलिड से गैस में सीधा परिवर्तन है। ऐसे में इसे खाने के बाद पाचन तंत्र में बड़ी मात्रा में कार्बन डाइऑक्साइड गैस निकल सकती है। जिसकी वजह पेट दर्द की समस्या हो सकती है। यह गैस खून में ऑक्सीजन की जगह ले लेती है, तो इससे ऑक्सीजन की कमी हो सकती है, जिससे दम भी घुट सकता है।
अगर किसी ने गलती से ड्राई आइस खा लिया है, तो उसे तुरंत डॉक्टर के पास ले जाए। साथ ही किसी भी तरह की असुविधा होने या कुछ खास लक्षणों जैसे कि सांस लेने में समस्या, पेट या सीने में दर्द या चक्कन आना आदि पर ध्यान दें।