First Solar Car: एक बार फुल चार्ज करने पर 7 माह तक सरपट दौड़ेगी ये कार, रफ्तार भी 625 KMPH

First Solar Car: कंपनी ने इस कार को लाइटईयर जीरो (Lightyear 0) नाम दिया है। इसे अब दुनिया की पहली सोलर कार कहा जा रहा है। वजह ये कि ये धूप से एनर्जी लेकर सरपट दौड़ने में सक्षम है। कंपनी के अनुसार ये कार सिंगल चार्ज करने पर उन देशों में सात महीने तक चलाई जा सकेगी जहां, कड़ाके की धूप पड़ती है।
First Solar Car: एक बार फुल चार्ज करने पर 7 माह तक सरपट दौड़ेगी ये कार, रफ्तार भी 625 KMPH
First Solar Car: पेट्रोल-डीजल (Diesel-Petrol Prices) के बेतहाशा बढ़ते दाम और कार्बन उत्सर्जन (Carbon Emission) की वजह से इलेक्ट्रिक व्हीकल (Electric Vehicles) की मांग में तेजी देखने को मिली है। ऐसे में सिर्फ डवलप्ड कंट्री में ही नहीं बल्कि भारत जैसे डवलपिंग कंट्रीज में भी इलेक्ट्रिक गाड़ियों (EVs) का मार्केट तेजी से बढ़ रहा है। हालांकि फ्यू​ल फिलिंग स्टेशन की तरह चार्जिंग स्टेशन नेटवर्क न होने से इलेक्ट्रिक व्हीकल्स (EV Charging) को वो फ्यूल आधारित व्हीकल जितनी सफलता नहीं मिल पा रही है। खास भारत की बात करें तो जहां देश गावों में बसता है वहां चार्जिंग पॉइंट दूर की कोड़ी बना हुआ है। क्योंकि अभी तो शहरों में ही पूरी तरह से चार्जिंग पॉइंट (EV Charging Infra) नहीं बन पाए हैं।

फ्यूल व्हीकल की तुलना में ईवी क्यों सक्सेस नहीं

फर्ज करें कि चार्जिंग नेटवर्क विकसित हो भी जाए तो भी समस्या खत्म होगी। वजह ये कि फ्यूल व्हीकल में टंकी फुल कराने के लिए आपको मुश्किल से 2 से 3 मिनट लगते हैं, लेकिन वहीं ईवी व्हीकल के केस में आपको वाहन चार्ज करने के लिए 4 से 6 घंटों की जरूरत होगी। इसके बाद भी जो समस्या आ ही जाएगी वो ये कि फुल चार्ज में भी आपको सीमित रेंज मिल पाएगी। यानि वो दूरी तय करने पर फिर चार्ज करने की समस्या? इसके लिए आपको फिर से गाड़ी चार्ज करने के लिए घंटों रुकना पड़ेगा।
लेकिन एक स्टार्टअप कंपनी इस पूरी समस्या का हल लेकर आ गई है। दरअसल कंपनी ने एक ऐसी कार तैयार की है, जिसे एक बार फुल चार्ज करने के बाद वो 7 महीने तक चल सकेगी।
सिंगल चार्ज करने पर उन देशों में सात महीने तक चलाई जा सकेगी जहां, कड़ाके की धूप पड़ती है
कंपनी ने इस कार में 1.05 kWh सोलर चार्जर दिया है, जो हर रोज एक घंटे की सोलर चार्जिंग पर 10 किलोमीटर का रेंज देने में सक्षम है। वहीं पूरे दिन चार्ज करने पर यह कार 70 किलेामीटर तक की दूरी तय कर सकती है। इस कार में कंपनी ने चार मोटर दिए हें, जो 174 hp पावर और 1720 Nm टॉक जेनरेट करने में सक्षम है। कंपनी का ये भी दावा है कि यह कार महज 10 सेकेंड में जीरो से 100 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार पकड़ सकती है।

भारत इस तरह की कारों के लिए उपयुक्त

कंपनी ने इस कार को लाइटईयर जीरो (Lightyear 0) नाम दिया है। इसे अब दुनिया की पहली सोलर कार कहा जा रहा है। वजह ये कि ये धूप से एनर्जी लेकर सरपट दौड़ने में सक्षम है। कंपनी के अनुसार ये कार सिंगल चार्ज करने पर उन देशों में सात महीने तक चलाई जा सकेगी जहां, कड़ाके की धूप पड़ती है। ऐसे में भारत देश इस तरह की कारों के लिए उपयुक्त माना जा रहा है। कंपनी ने दावा किया कि ये कार नीदरलैंड जैसे कम धूप पड़ने वाले देशों में भी सिंगल चार्ज में दो महीने चल सकेगी।

यदि हर रोज 35 किमी का रन तो चलेगी 7 दिन

कंपनी का सात दिन तक चलने का ये दावा हर रोज 35 किलोमीटर तक का सफर तय करने की स्थिति में किया गया है। कंपनी की शर्त ये है कि आपको इस कार को खुली जगह पार्क करना होगा, जहां अच्छी धूप पड़ती हो। कंपनी ने कार को धूप से एनर्जी लेने के लिए इसकी छत पर 54 वर्गफूट डबल-कर्व्ड सोलर एरेज इंस्टॉल किया है। यदि पर्याप्त मात्रा में धूप मिले तो ये 20 मिनट की चार्जिंग में एक बार में 70 किलोमीटर तक चल पाएगी।

फुल चार्ज करने पर 625 किलोमीटर और टॉप स्पीड 110 किलामीटर प्रति घंटे की रफ्तार से दौड़ने में सक्षम

एक बार फुली चार्ज करने पर यह कार सिर्फ बैटरी पर 625 किलोमीटर तक चल सकेगी। कंपनी ने ये भी कमिट ​किया है कि लाइटईयर जीरो हाईवे पर 110 किलोमीटर प्रति घंटे की टॉप स्पीड देने में कैपेबल होगी। यदि कंपनी के उपरोक्त सभी दावे सत्य साबित होते हैं तो कोई शक नहीं कि ये कार सबसे एनर्जी एफिशिएंट इलेक्ट्रिक कार होगी।

नवंबर 2022 में शुरू होगी डिलीवरी

कंपनी को उम्मीद है कि ये इलेक्ट्रिक कार अपने सेगमेंट में माइल स्टोन साबित होगी। बताया जा रहा है कि कंपनी कार का प्रोडक्शन इसी साल शुरू करने वाली है और डिलीवरी नवंबर 2022 से शुरू हो जाएगी।
लाइटईयर कंपनी की कारें फिनलैंड में तैयार होंगी और वालमेट ऑटोमोटिव (Valmet Automotive) कंपनी इसका प्रोडक्शन करेगी।
लाइटईयर कंपनी की कारें फिनलैंड में तैयार होंगी और वालमेट ऑटोमोटिव (Valmet Automotive) कंपनी इसका प्रोडक्शन करेगी।

जहां सूरज की तपन सबसे कम वहीं इन्वेंट हुई ये सोलर कार

Lightyear कंपनी को सिर्फ 5 लोगों ने मिलकर 2016 में बनाना शुरू किया था। खास बात ये है कि ये सोलर कार उस देश में बनी है जहां सूरज की तपन सबसे कम पड़ती है। (electric vehicle startup) यानि नीदरलैंड में। बहरहाल अब कंपनी इतनी ग्रो कर चुकी है कि इसके साथ 500 लोग मिलकर काम कर रहे हैं। कंपनी ने कहा कि वह पहले लॉट सिर्फ 949 यूनिट तैयार करेगी। खबरों के मुताबिक लाइटईयर कंपनी की कारें फिनलैंड में तैयार होंगी और वालमेट ऑटोमोटिव (Valmet Automotive) कंपनी इसका प्रोडक्शन करेगी। (सभी तस्वीरें: Lightyear 0)

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