जैसा कि Elon Musk ने Twitter के नए मालिक बन चुके हैं। डील के बाद Twitter का मालिकाना हक Elon Musk के पास आ चुका है। लेकिन आपको बता देंकि रिपोर्ट्स के अनुसार ट्वीटर की डील अपने अंतिम दौर में थी तो ट्विटर सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म की टॉप लॉयर Vijaya Gadde एक मीटिंग के दौरान रो पड़ीं थी। जानकारी के अनुसार लीगल और पॉलिसी टीम के साथ विजया मीटिंग में थीं.... और इस मीटिंग के बीच में ही Vijaya Gadde रोने लग गईं। मीडिया रिपोर्ट्स में मीटिंग के दौरान Vijaya Gadde के रोने की बात पुख्ता हुई है। बता दें कि Vijaya Gadde को उनके एक फैसले को लेकर Elon Musk ने कड़ी प्रतिक्रिया दी थी। टारगेट किया।
विजया का निर्णय सेंसरशिप से जुड़ा था और जैसा कि मस्क ट्विटर को खरीदने से पहले से ही फ्रीडम ऑफ स्पीच की पैरवी करते आए हैं, ऐसे में मस्क ने विजया को अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन के बेटे हंटर के लैपटॉप पर की गई एक एक्सक्लूसिव खबर को सेंसर करने पर ट्विटर पर ही लताड़ा था।
दरअसल, पॉडकास्ट न्यूज एंकर Saagar Enjeti ने ट्वीट किया था कि विजया गाड्डे जोकि ट्विटर की टॉप सेंसरशिप एडवोकेट हैं उन्होंने हंटर बाइडेन की लैपटॉप स्टोरी को सेंसर किया है...। Saagar Enjeti के इस ट्विट के बाद इलॉन मस्क ने रिप्लाई करते हुए बताया था कि एक टॉप न्यूज ऑर्गेनाइजेशन की सटीक और बढ़िया स्टोरी को पब्लिश करने पर किसी का ट्विटर अकाउंट सस्पेंड करना गलत फैसला है। ये उस वक्त की बात है जब इलॉन ट्विटर के मालिक नहीं थे। अब चूंकी एलॉन मस्क ट्विटर के मालिक बन गए हैं... वहीं Vijaya Gadde शुरू से इलॉन मस्क के ट्विटर एक्वायर की डील का विरोध करती आई हैं। ऐसे में माना जा रहा है कि उनकी नौकरी भी खतरे में है। वे मस्क के ट्विटर को टेकओवर से दुखी हैं।
आपको बता दें कि गाड्डे ने अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन के बेटे हंटर बाइडेन के लैपटॉप पर की गई एक इन्वेस्टिगेटिव स्टोरी की वजह से न्यूयॉर्क पोस्ट के एकाउंट को सस्पेंड कर दिया था। उनके इस कदम की मस्क ने कड़ी आलोचना की थी।
Who Is Vijaya Gadde: ट्विटर के टेक ओवर से पहले आप शायद विजया गाड्डे को नहीं जानते होंगे। आपको बता दें कि विजया ट्विटर एक्जीक्यूटिव टीम की सबसे पावरफुल महिला हैं। विजया वहीं हैं जिन्होंने पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति Donald Trump का एकाउंट सस्पेंड कर दिया था। अब इलॉन मस्क के ट्विटर के एक्वायर करने के बाद विजया की मुश्किलें कैसे बढ़ सकती हैं। इसे यूं समझिए।
48 साल की विजया गाड्डे Twitter के सेफ्टी, लीगल इश्यू और सेंसिटिव मामलों को हैंडल करती हैं। उन्होंने साल 2011 में ट्विटर को जॉइन किया था और तभी से वे कंपनी के लीगल और पॉलिसी से जुड़े केसेस को हैंडल कर रही हैं। विजया को Twitter की एक्जीक्यूटिव टीम में सबसे पावरफुल वुमन माना जाता है।
दरअसल Twitter और Elon Musk की डील डन होने के बाद से सीईओ पराग अग्रवाल के बाद एक नाम और इन दिनों चर्चा में बना हुआ है। वो नाम है कंपनी की पॉलिसी हेड विजया गाड्डे का। ऐसा इसलिए क्योंकि कंपनी की सेंसरशिप से जुड़े फैसलों के लिए विजया गाड्डे को ही रिस्पॉन्सिबल माना जाता है।
अब ट्विटर के नए मालिक एलॉन मस्क ने विजया की सेंसरशिप वाली पॉलिसीज को लेकर सवाल उठाए हैं, लेकिन मौजूदा स्थिति ये है कि विजया को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर डोनाल्ड ट्रंप और इलॉन मस्क दोनों के फैंस के निशाने पर हैं। यहां तक ट्रोलर्स उन्हें गालियां भी दे रहे हैं।
भारत में जन्मी विजया गाड्डे की ट्विटर में पॉवफुल शख्सियत के तौर पर इस तरह समझ सकते हैं कि बीते साल अमेरिका में हुई हिंसा के बाद पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के ट्विटर एकाउंट को सस्पेंड करने का फैसला विजया का ही बताया गया था। वहीं साल 2020 में उन्होंने तत्कालीन Twitter सीईओ जैक डोर्सी को अमेरिकी चुनाव में पॉलिटिकल ऐड्स सेल नहीं करने के लिए भी राजी कर लिया था।
इलॉन के ट्विटर एक्वायर करते ही ऐसा माना जा रहा है कि अब सिचुएशन बदल चुकी हैं। ट्विटर अब पब्लिक से प्राइवेट बन गया है। अब मालिक होने के कारण पूरा कंट्रोल इलॉन मस्क के हाथों में ही होगा। वहीं मस्क ने विजया गाड्डे को सेंसरशिप से जुड़े उनके निर्णयों को लेकर आड़े हाथों भी लिया है।