डेस्क न्यूज. साल 2021 कब समाप्त होगा शायद इसका इतंजार कोई एक व्यक्ति नहीं बल्कि पूरी दुनिया कर रही थी, क्योंकि जिस तरह से 2021 में कोरोना की दुसरी लहर ने तबाही मचाई शायद ही उसको को कोई भूल पाया होगा। लेकिन नए साल 2022 की बात करें तो इसकी भी शुरूआत कोई खास तरीके से नहीं हुई, फिर से शुरू हो गया है नाईट कर्फ्यू और कोरोना गाइडलांइस की शुरुआत।
फिर से सभी राज्य अपनी-अपनी हैल्थ रिपोर्ट जारी कर रहे हैं और एक बार फिर से लोगों में खौफ का माहौल है। कोरोना का नया वैरीएंट ओमीक्रोन आ गया है। जिसके कारण एक बार फिर से कोरोना के मामले में तेजी आ गई है लेकिन इस तेजी का कारण क्या है? लगातार हो रही नेता जी की रैलियां और उसमें जनता की मौजूदगी आने वाले कल को डरी रही हैं।
डेल्टा वैरिएंट से ज्यादा खतरनाक बताए जाने वाले ओमीक्रोन वायरस 120 से ज्यादा देशों में फैल चुका है। देश में कोरोना के नये वैरीएंट के 1700 से ज्यादा केस सामने आ गए है। लेकिन इसी बीच जनता की लापरवाही और नेता जी की रैलियों में कमी नहीं आ रही है। इसी का परीणाम हमारे सामने है।
देश में अब तक ओमीक्रोन वेरिएंट के 1700 मामले सामने आ चुके हैं, जिनमें से 639 ठीक हो चुके हैं। गौरतलब है कि 02 दिसंबर को पहली बार कर्नाटक में ओमिक्रॉन वेरिएंट का मामला सामने आया था। वहीं, महाराष्ट्र में अब तक इस वेरिएंट के 510 मामले सामने आ चुके हैं। जबकि दिल्ली में 351, केरल (156), गुजरात (136), राजस्थान (120), तेलंगाना (67), तमिलनाडु (121), कर्नाटक (64), मध्य प्रदेश (9), आंध्र प्रदेश (17), पश्चिम बंगाल हैं। (20)। ), हरियाणा (63), ओडिशा (37), जम्मू कश्मीर (3), हिमाचल प्रदेश (1), गोवा (1), मणिपुर (1), उत्तर प्रदेश (8), चंडीगढ़ (3), पंजाब (1), लद्दाख (1), अंडमान और निकोबार द्वीप समूह (2) और उत्तराखंड में भी आठ मामलों की पुष्टि हुई है।
जब सत्ता पक्ष कोई गलती करें तो विपक्ष की जिम्मेदारी बनती है की उस पर सवाल खड़ा करें, लेकिन विपक्ष तो खुद ही लापरवाही की मिसाल देता हुआ नजर आ रहा है। जब देश में कोरोना के कारण मौत का तांडव हुआ था तब विपक्ष ने सरकार को कौसने में कोई कसर नही छोड़ी थी। लेकिन अब खुद ही वापस उसी मंजर की तरफ जनता को लेकर जा रहा है।
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