दुखद: पिता के अंतिम संस्कार में बेटे ने तोड़ा दम, एक साथ जलीं दोनों की चिताएं, जिसने भी देखा उसकी आंखों से नहीं रुके आंसू

कानपुर में एक दर्दनाक घटना सामने आई है। पिता की मौत से आहत बेटे की भी श्मशान में मौत हो गई। पिता-पुत्र की मौत से पूरा परिवार सदमे में है। इसी के साथ जिसने भी इस घटना के बारे में सुना वह हैरान रह गया। एक तरफ घाट पर पिता के अंतिम संस्कार की तैयारी चल रही थी। वहीं मृतक के छोटे बेटे की भी श्मशान घाट पर मौत हो गई।
दुखद: पिता के अंतिम संस्कार में बेटे ने तोड़ा दम, एक साथ जलीं दोनों की चिताएं, जिसने भी देखा उसकी आंखों से नहीं रुके आंसू

डेस्क न्यू़ज़- कानपुर में एक दर्दनाक घटना सामने आई है। पिता की मौत से आहत बेटे की भी श्मशान में मौत हो गई। पिता-पुत्र की मौत से पूरा परिवार सदमे में है। इसी के साथ जिसने भी इस घटना के बारे में सुना वह हैरान रह गया। एक तरफ घाट पर पिता के अंतिम संस्कार की तैयारी चल रही थी। वहीं मृतक के छोटे बेटे की भी श्मशान घाट पर मौत हो गई। इस घटना के बाद पिता-पुत्र का एक साथ चिता जलाकर अंतिम संस्कार किया गया। पिता के अंतिम संस्कार में बेटे ने तोड़ा दम ।

वही बेटा करता था बीमारी के समय पिता की देखभाल

महाराजपुर थाना क्षेत्र के सरसौल कस्बे के रहने वाले

संतोष शुक्ला (75) लंबे समय से बीमार चल रहे थे। बुधवार

को बीमारी के चलते उनका निधन हो गया। मृतक संतोष

शुक्ला के दो बेटे राघवेंद्र शुक्ला और धर्मेंद्र शुक्ला हैं।

बड़े बेटे राघवेंद्र शुक्ला की शादी हो चुकी है। वहीं धर्मेंद्र

शुक्ला (34) की शादी नहीं हुई थी, कस्बे में ही पान की गुमटी में बैठा करता था।

धर्मेंद्र शुक्ला अपने पिता के सबसे करीब थे। वह बीमारी के समय वहां उनकी देखभाल करते थे।

हादसे के बाद परिवार में कोहराम मच गया

बुधवार को संतोष शुक्ला का निधन हो गया। दोनों बेटे शव को पिता का अंतिम संस्कार करने के लिए नजफगढ़ श्मशान घाट ले गए। घाट पर पिता के अंतिम संस्कार की तैयारी चल रही थी। इसी बीच धर्मेंद्र अचानक बेहोश हो गए। परिजन व ग्रामीण धर्मेंद्र को सरसौल के निजी अस्पताल ले आए। जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। धर्मेंद्र की मौत की खबर जब घर पहुंची तो परिवार में कोहराम मच गया।

एक साथ जले पिता और पुत्र

इस घटना के बाद मृतक के परिवार समेत पूरा गांव मातम में डूब गया। बुधवार शाम घाट पर पिता-पुत्र का एक साथ अंतिम संस्कार किया गया। जिसने भी नजारा देखा उसकी आंखों से आंसू नहीं रुके। पिता के अंतिम संस्कार में बेटे ने तोड़ा दम ।

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