कोरोना वायरस की दूसरी लहर भारत में जमकर तबाही मचा रही है। वायरस के आगे भारत की स्वास्थ्य व्यवस्था बेबस और लाचार नजर आ रही है। लोग ऑक्सीजन, वेंटिलेटर और बेड के लिए ठोकरें खाते फिर रहे हैं। केंद्र सरकार राज्यों की मदद करने की पूरी कोशिश कर रही है लेकिन वायरस की मचाई तबाही इतनी है कि वह भी नाकाम साबित हो रही है। ऐसे में भारत को विदेशों से मदद मुहैया हो रही है। पोलैंड, नीदरलैंड, स्विजरलैंड समेत कई देश भारत की मदद के लिए आगे आए है। ये भारत को ऑक्सजीन, वेंटिलेटर जैसे मेजिकल उपकरण भेज रहे हैं।
विदेश मंत्रालय (MEA) के आधिकारिक प्रवक्ता अरिंदम बागची ने ट्वीट कर
बताया, "अंतर्राष्ट्रीय सहयोग जारी है। पोलैंड से 100 ऑक्सीजन कंसंट्रेटर्स की
खेप भारत आई है। हमारे यूरोपीय संघ के साथी का इस समर्थन के लिए धन्यवाद।"
बता दें कि नीदरलैंड से एक उड़ान 449 वेंटिलेटर, 100 ऑक्सीजन सांद्रता और अन्य मेडिकल सप्लाई लेकर आज भारत में आई है। आने वाले दिनों में, अन्य मेडिकल उपकरणों को भी भेज दिया जाएगा। MEA के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा हमारे मित्र नीदरलैंड से इस समर्थन को महत्व दें।
इसके अलावा स्विट्जरलैंड से एक विमान, 600 ऑक्सीजन सांद्रता, 50 वेंटिलेटर और अन्य चिकित्सा आपूर्ति लेकर आज सुबह भारत पहुंचा है।इसके अलावा यूके, रूस, और अमेरिका सहित दुनिया भर के कई देशों ने भारत के लिए समर्थन बढ़ाया है। भारत इस समय बढ़ते COVID-19 संक्रमण के कारण स्वास्थ्य व्यवस्थाओं की चनौतियों से लड़ने के लिए संघर्ष कर रहा है।
देश में कोरोना के नए केस ने फिर नया रिकॉर्ड बना दिया है। बीते 24 घंटे में 4.14 लाख संक्रमितों की पहचान हुई। नए केस का यह अब तक का सबसे बड़ा आंकड़ा है। 3,920 मरीजों ने इस महामारी से जान गंवाई। हालांकि, राहत की बात यह रही कि 3.28 लाख मरीज ठीक भी हो गए। बीते सात दिन में यह तीसरा मौका है जब 4 लाख से ज्यादा मरीज मिले। इससे पहले 30 अप्रैल को 4.02 लाख और 5 मई को 4.12 लाख मरीज कोरोना पॉजिटिव पाए गए थे।