कोरोना महामारी को मात देने के लिए अब डीआरडीओ की एंटी-कोविड मेडिसन, 2 डीजी अगले एक-दो दिनों में मरीजों को मिलनी शुरू हो जाएगी। सूत्रों के मुताबिक, हैदराबाद की डाक्टर रेड्डीज लैब में 10 हजार डोज बनकर तैयार हो गई हैं और अगले एक-दो दिनों में डीआरडीओ के अस्पतालों में उपलब्ध भी हो जाएंगी। जानकारी के मुताबिक, इन 10 हजार डोज के बाद डीआरडीओ के कहने पर डाक्टर रेड्डीज लैब जून के महीने से हर हफ्ते एक लाख डोज बनना शुरू कर देगी। इसके बाद पानी में घोलकर पिलाने वाली ये दवाई जल्द ही दूसरे अस्पतालों में भी उपलब्ध हो सकती है।
बता दें कि कोरोना महामारी के बीच पिछले हफ्ते डीआरडीओ ने एक बड़ी राहत की खबर दी थी। डीआरडीओ ने एंटी-कोविड दवाई बनाने का दावा किया था। डीआरडीओ का दावा है कि ग्लूकोज पर आधारित इस दवाई के सेवन से कोरोना से ग्रस्त मरीजों को ऑक्सजीन पर ज्यादा निर्भर नहीं होना पड़ेगा और जल्दी स्वस्थ हो जाएंगे।
एमर्जेंसी इस्तेमाल के लिए हरी झंडी दे दी है।
डीआरडीओ ने एंटी-कोविड मेडिसन '2-डिओक्सी-डी-ग्लूकोज' (2डीजी) को डाक्टर रेड्डी लैब के साथ मिलकर तैयार किया है और क्लीनिकल-ट्रायल के बाद ड्रग्स कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया ने इस दवाई को एमर्जेंसी इस्तेमाल के लिए हरी झंडी दे दी है।
इससे पहले DRDO के अधिकारियों ने बताया था कि देशभर के जिन 27 अस्पतालों में इस दवा के आखिरी ट्रायल किए गए थे। वहां से बचा हुआ स्टॉक भी इकट्ठा किया गया है। इसे दिल्ली के DRDO के अस्पताल में पहुंचाया जाएगा। इन दवाओं को दिल्ली लाने का काम तेजी से चल रहा है।
ये दवा फिलहाल अस्पतालों में डॉक्टर की सलाह पर ही दी जाएगी। अभी इसकी सिर्फ इमरजेंसी यूज की मंजूरी दी गई है। जब तक इस दवा को सामान्य इस्तेमाल की मंजूरी नहीं मिलती है, तब तक इसका बाजार में आना संभव नहीं है।