Bank Manager Shot In Second Targeted Attack: दक्षिण कश्मीर के कुलगाम में गुरुवार को आतंकियों ने एक बैंक मैनेजर (Vijay Kumar, manager of Elaqahi Dehati Bank) की हत्या कर दी है। राजस्थान के विजय कुमार काम कर रहे थे तभी अपराधियों ने बैंक में घुसकर उन्हें गोली मार दी। बैंक में मौजूद लोगों ने आनन-फानन में विजय कुमार को जिला अस्पताल पहुंचाया, लेकिन उनकी जान नहीं बचाई जा सकी।
विजय कुमार (Vijay Kumar, manager of Elaqahi Dehati Bank) कुलगाम जिले के अरेह मोहनपोरा स्थित इलाकी देहाती बैंक में काम करते थे। वह राजस्थान के हनुमानगढ़ के रहने वाले थे। हमले के तुरंत बाद जम्मू-कश्मीर पुलिस, भारतीय सेना और अर्धसैनिक बलों की एक संयुक्त टीम ने आतंकवादियों का पता लगाने के लिए इलाके की घेराबंदी कर दी। आतंकियों की तलाश के लिए सर्च ऑपरेशन चलाया जा रहा है।
बैंक मैनेजर की हत्या की घटना का सीसीटीवी फुटेज सामने आया है। इसमें देखा जा सकता है कि मैनेजर गेट के सामने बैठे हुए थे। चेहरे पर मास्क लगाए एक आतंकी बैंक में घुसता है। उसके हाथ में एक छोटा बैग था। उसने पिस्टल उसी बैग में छिपा रखा था। बैंक में घुसकर आतंकी मैनेजर को देखता है। इसके बाद वह बाहर की ओर देखता है और फिर वापस घूमकर नजदीक से मैनेजर को गोली मार देता है। गोली चलाने के बाद वह तेजी से दौड़ते हुए भाग जाता है।
एक महीने बाद उनकी पत्नी कश्मीर आई थीं। परिवार वाले उनकी शादी का वीडियो देखने के लिए उनका इंतजार कर रहे थे। घरवाले विजय से कहते थे कि तू घर आएगा तो सब साथ में बैठकर वीडियो देखेंगे। तब उन्होंने घरवालों से वादा किया था कि जुलाई में वे गांव लौटेंगे, लेकिन अब उनकी पत्नी उनका शव लेकर गांव लौट रही हैं।
विजय कुमार कुलगाम जिले के अरेह मोहनपोरा स्थित इलाकाई देहाती बैंक (EDB) में मैनेजर थे। चार साल से कश्मीर में ही पोस्टेड थे। हनुमानगढ़ के पक्का सारण गांव में शादी हुई थी। शादी के 10 दिन बाद ही ड्यूटी जॉइन कर ली। इसके बाद वे एक बार भी अपने मां-बाप से मिलने गांव नहीं आए। परिवार के लोगों ने बताया कि विजय कैडर चेंज करवाना चाहता था। इसके लिए एग्जाम भी दे चुका था।
इधर, विजय कुमार की हत्या की जिम्मेदारी कश्मीर फ्रीडम फाइटर्स (KFF) नाम के संगठन ने ली है। इस आतंकवादी संगठन के प्रवक्ता वसीम मीर ने लेटर जारी कर कहा- अब भी मोदी के झांसे में आना बंद नहीं किया तो अगला नंबर आपका होगा। कश्मीर से किसी भी तरह की छेड़छाड़ बर्दाश्त नहीं।
इधर, विजय कुमार की मौत के बाद सीएम अशोक गहलोत ने भी ट्वीट कर शोक जताया है।
विजय कुमार के पिता सरकारी अध्यापक हैं। वे बिरकाली गांव में नियुक्त हैं। एक छोटा भाई है। जो पढ़ रहा है। कश्मीर के हालात से परिवार वाकिफ था, इसलिए माता-पिता रोजाना वीडियो कॉल पर बेटे-बहू से बात करते थे। इस दौरान विजय माता-पिता को यही कहते थे कि यहां सब ठीक है और आप लोग भी यहां घूमने आओ।
विजय कुमार का शव आज देर रात गांव पहुंच सकता है। शव उनकी पत्नी ही लेकर आ रही हैं। उनके साथ वहां नोहर के रहने वाले कुछ लोग भी हैं।
पिछले तीन दिन में कश्मीर में टारगेट किलिंग की यह दूसरी घटना है, जिसमें हिंदूओं को निशाना बनाया गया है। कुलगाम में ही आतंकियों ने टीचर रजनी बाला की हत्या कर दी थी। रजनी बाला कुलगाम जिले के गोपालपोरा इलाके के एक स्कूल की शिक्षिका थी। वह अपने पति और बेटी के साथ जम्मू संभाग के सांबा में रहती थी। पिछले सप्ताह बडगाम के चदूरा इलाके में लश्कर-ए-तैयबा के आतंकवादियों ने टीवी कलाकार अमरीन भट की हत्या कर दी थी। वहीं, 12 मई को बडगाम जिले में आतंकवादियों ने राजस्व विभाग के कर्मचारी राहुल भट की हत्या कर दी थी।