सबसे बड़ा गुंडा कौन? वर्चस्व की लड़ाई में कोटा में हुआ गैंगवार

उद्योग नगर थाना CI मनोज सिकरवार ने इस मामले पर बात करते हुए कहा -गोविंद नगर निवासी गुड्डू हजरत के मकान पर मंगलवार सुबह करीब 7 बजे बाइक सवार बदमाशों ने लगातार 5 गोलियां चलाईं। इस दौरान गुड्‌डू का 13 साल का बेटा छत पर मौजूद था।
सबसे बड़ा गुंडा कौन? वर्चस्व की लड़ाई में कोटा में हुआ गैंगवार
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कोटा में गैंगवार का मामला सामने आया है। यहाँ पर 6 बाइक सवार बदमाशों ने हिस्ट्रीशीटर के मकान पर ताबड़तोड़ फायरिंग की। हालाँकि अच्छी बात ये रही की इस दौरान हिस्ट्रीशीटर का 13 साल का बेटा जो की इस दौरान छत पर मौजूद था वो बाल-बाल बच गया। एक बड़ी ही मशहूर थ्योरी है "survival of the fittest" यानी की जो सबसे श्रेष्ठ होगा वहीँ जीवित रहेगा। माना जा रहा है की इस मामले में भी यही हुआ। खुद को बड़ा बदमाश साबित करने के जूनून में बाइक सवारों ने गोलियां चलाई और फिलहाल उद्योग नगर पुलिस इसे 2 गैंग के बीच की वर्चस्व की लड़ाई मानकर इस मामले की जांच कर रही है।

CCTV में कैद हुई घटना

उद्योग नगर थाना CI मनोज सिकरवार ने इस मामले पर बात करते हुए कहा -गोविंद नगर निवासी गुड्डू हजरत के मकान पर मंगलवार सुबह करीब 7 बजे बाइक सवार बदमाशों ने लगातार 5 गोलियां चलाईं। इस दौरान गुड्‌डू का 13 साल का बेटा छत पर मौजूद था। सरफराज, अमन लाला, अरमान,लकी रहीम, आसिफ गुड्डू के घर पर दो बाइकों पर सवार होकर आ धमके। इसके बाद बदमाशों ने ताबड़तोड़ गोलियां बरसाई और फरार हो गए। ये पूरी घटना हालाँकि गुड्डू के घर पर लगे CCTV कैमरे में कैद हो गई। पुलिस ने मौके पर से इन फुटेज को जब्त कर लिया और साथ ही, शहर में नाकाबंदी भी करवा दी। बदमाश हालाँकि पुलिस के हाथ नहीं लगे।

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गुड्डू खुद भी है हिस्ट्रीशीटर पुलिस ने इस मामले पर आगे कहा की गुड्डू हजरत एक हिस्ट्रीशीटर है। उसके खिलाफ 44 अलग-अलग मामलो में केस दर्ज हैं। बीते साल तक कोटा शहर का एकमात्र बदमाश गुड्डू हुआ करता था। सरफराज और बाकी बदमाश भी गुड्डू के साथ ही हुआ करते थे लेकिन बीते कुछ समय से गुड्डू और बाकियो की आपस में रंजिश चल रही है। उसकी के चलते ये घटना देखने को मिली।
वर्चस्व की लड़ाई
अब तक जो बात सामने आई है उसके अनुसार ये लड़ाई वर्चस्व की है। पहले सभी बदमाश एक ही गुट में थे लेकिन बाद में सरफराज, अमन लाला ने अपना अलग गुट बनाया। गुड्डू के परिवार के मुताबिक इससे पहले भी बदमाश उनके घर पर फायरिंग कर चुके हैं। परिवार वालों की मानें तो फायरिंग करने वाले बदमाश बार-बार यही कहते हैं कि वो गुड्‌डू से भी बड़े बदमाश हैं।
नोट : इन सब बातो में कुछ नहीं पड़ा है। गुंडागर्दी, हिंसा, लूटपाट से ही अगर तरक्की होनी होती तो आज पूरी दुनिया में तालिबान का लोहा होता। इसीलिए इस तरह की खबर से कभी प्रभावित न हो। चाल रे चाल कागला जइयाँ चाल्या थारा आगला।
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