डेस्क न्यूज. राजस्थान की अलवर पुलिस ने शुक्रवार को नाबालिग मूक बधिर सामूहिक दुष्कर्म मामले में पीड़िता के साथ दुष्कर्म करने से इनकार किया है। पुलिस के इस दावे के बाद इस मुद्दे पर सियासत फिर तेज हो गई है। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. सतीश पूनिया ने इस पूरे मामले में राज्य सरकार की मंशा और नाकामी पर सवाल उठाए हैं। दूसरी ओर, मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा है कि पुलिस अनुसंधान के परिणाम तक पहुंचने के बाद ही टिप्पणी करना उचित होगा।
अलवर मूक बधिर नाबालिग दुष्कर्म मामले को लेकर डॉ. सतीश पूनिया ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि मंगलवार की रात अलवर में नाबालिग के साथ हुई घटना के संबंध में एसआईटी की रिपोर्ट आए बिना अलवर पुलिस रेप जैसी किसी भी घटना से इनकार करते हुए इसे दुर्घटना बताकर राज्य सरकार की मंशा और नाकामी पर सवाल उठाती है।
पूनिया ने गहलोत सरकार पर आरोप लगाया है कि, 'क्या कांग्रेस सरकार पंजाब और यूपी चुनाव के चलते हानि के डर से मामले को दबाने की कोशिश कर रही है? क्या प्रियंका गांधी के जन्मदिन पर हंगामे के बाद कांग्रेस सरकार ने उनके इशारे पर मामले को दबाने की कोशिश की है? एसआईटी की रिपोर्ट से पहले ही पुलिस ने घटना से इनकार क्यों किया? राजस्थान में खासकर महिलाओं और दलितों के खिलाफ बढ़ते अपराध से कांग्रेस प्रबंधक चिंतित हैं और इस वजह से राज्य सरकार पुलिस पर दबाव बनाकर मामले को गलत तरीके से दबाने की कोशिश कर रही है?