कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा पर एक किसान परिवार ने 50 करोड़ रुपये की जमीन हड़पने का आरोप लगाया है। इसके विरोध में किसान का पूरा परिवार सीकर कलेक्ट्रेट पर अनिश्चितकालीन धरने पर बैठ गया है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, परिवार डोटासरा के खिलाफ बैनर और तख्तियां लिए धरने पर बैठा है। परिवार का आरोप है कि डोटासरा ने जमीन घोटाला कर पुलिस कार्रवाई की धमकी दी थी। अब परिवार को जान से मारने की धमकी भी मिल रही है। इसको लेकर किसान परिवार ने कलेक्टर को ज्ञापन देकर भूमि घोटाले की सीबीआई जांच की मांग की है।
आरोप है कि इस जमीन पर गाय-भैंसों का कर्ज दिलाने के नाम पर पड़ोसी राकेश ने खाली स्टांप पर हस्ताक्षर कर फर्जी रजिस्ट्री करा ली। जिस पर शीशराम, सुल्तान समेत एक करोड़ 70 लाख रुपये का कर्ज लिया। ओवरड्यू करवाकर आरोपियों ने उन्हें बैंक कुर्की का डर दिखाया। जबकि उस राशि का एक भी रुपया पुत्र हरदाम या पति महिपाल सिंह को नहीं दी। बाद में राकेश और उसके साथी हरदम और महिपाल को कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष डोटासरा के पास ले गया। जहां डोटासरा ने कुछ दिनों तक जमीन के नामकरण की बात भी कही।
इसके बाद आरोपियों ने जमीन डोटासरा की बहू मोनिका, शीशराम निवासी भादवासी और कुड़ली के रहने वाले मनोज आर्य समेत कुछ लोगों के नाम करवा दी। इसके बाद पीड़ित परिवार अब न्याय के लिए भटक रहा है। परिवार ने आरोप लगाया कि डोटासरा घोटाले में मास्टर माइंड की भूमिका में है। कलेक्टर को दिए ज्ञापन में परिवार ने जमीन से करीब 1 करोड़ रुपये की मिट्टी बेचने का भी आरोप लगाया है। जिसका भी एक रुपया उन्हें नहीं दिया गया।