आए दिन ढोंगी बाबाओं की काली करतूत भारत की संस्कृति को खराब करती है औऱ ऐसे कई बाबा है जो जेल में पड़े है जिन्होंने आस्था के नाम लोगों के विश्वास का फायदा उठाया है और घिनौने कृत्य किए है लेकिन इसके बावजूद इनको बचाने के लिए गंदी राजनीति की जाती है। अपराध कोई भी करें चाहे किसी भी धर्म का हो अपराध अपराध होता है उसे कड़ी से कड़ी सजा मिले ना की उसका बचाव हो...
कर्नाटक के चित्रदुर्ग जिले में लिंगायत मठ के प्रमुख शिवमूर्ति मुरुघा शरणारू को अदालत के आदेश पर आज 14 दिनों के लिए जेल भेज दिया गया। इस बीच शरनारू के समर्थकों द्वारा एनजीओ को धमकाने का मामला सामने आया है। मैसूर स्थित इस एनजीओ ने मठ के मुखिया के खिलाफ मामला दर्ज करने में पीड़ितों की मदद की थी।
एनजीओ ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है। दावा किया गया है कि 3 सितंबर को मठ के सदस्यों की ओर से जान से मारने की धमकी दी गई थी। शिकायत में यह भी कहा गया है कि मुरुग मठ के संत शरणारू के समर्थक और अनुयायी हमारे संगठन के स्टेनली केवी और एमएल परशुराम को बुलाकर जान से मारने की धमकी दे रहे हैं। पुलिस को उन्हें व्यक्तिगत सुरक्षा के साथ-साथ उनके परिवारों को सुरक्षा प्रदान करनी चाहिए।
इस बीच मामले के जांचकर्ताओं के मुताबिक शनिवार को शरनारू का डीएनए और पोटेंसी टेस्ट (पौरुष परीक्षण) किया गया। इसकी रिपोर्ट कोर्ट में पेश की जाएगी। जगद्गुरु मुरुगराजेंद्र विद्यापीठ मठ से जुड़े शरणारू कर्नाटक में राजनीतिक रूप से प्रभावशाली लिंगायत समुदाय से ताल्लुक रखते हैं। कर्नाटक में लिंगायत सबसे बड़ा समुदाय है।
दरअसल, शिवमूर्ति शरणारू समेत पांच लोगों पर हाई स्कूल की दो छात्राओं का यौन शोषण करने का आरोप था। जिला बाल संरक्षण इकाई के अधिकारी की शिकायत पर मठ के छात्रावास के वार्डन समेत पांच लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गयी है। नाबालिग लड़कियों ने पहले मैसूर के उक्त एनजीओ से संपर्क किया था और काउंसलिंग के दौरान उनके साथ हुए दुर्व्यवहार के बारे में बताया था।
धर्म और आस्था की आड़ में मासूम बच्चियों का शिकार करना इन पाखंडी बाबाओं की कोई नई कहानी नहीं है। जैसे ही एक ढोंगी बाबा की कहानी सामने आती है और लोग हैरानी महसूस करते हैं, जब तक कि किसी और की कहानी सामने आ जाती। हाल के वर्षों में ऐसे कई नाम सामने आए हैं...
राम रहीम
डेरा प्रमुख बाबा राम रहीम के सलाखों के पीछे पहुंचने की कहानी लंबी है और यह कहना मुश्किल है कि इसके पीछे कितनी महिलाओं को प्रताड़ित किया गया है। दो रेप पीड़िताओं के लंबे संघर्ष की वजह से ही राम रहीम दोषी साबित हुआ। बलात्कार के लगभग दस साल बाद 2009 और 2010 में इन पीड़ितों के बयान दर्ज किए गए थे। इन महिलाओं द्वारा दिए गए बयानों को सुनकर किसी की आंखों में आंसू आ जाते हैं। पूरे मामले की जांच सीबीआई ने की थी और 2017 में राम रहीम को दोषी पाया गया और 20 साल की सजा सुनाई गई।
आसाराम
एक समय पूरी दुनिया में करोड़ों लोग आसाराम के भक्त थे। ऐसे कई भक्त थे जो आसाराम को भगवान का अवतार मानने लगे थे। लोगों की इन्हीं भावनाओं का फायदा उठाकर आसाराम और उनके बेटे नारायण साईं ने हजारों करोड़ का भक्ति साम्राज्य खड़ा किया। हालांकि, नाबालिग लड़की से रेप का मामला सामने आने के बाद उसकी साख पर पानी फिर गई। आसाराम को 25 अप्रैल 2018 को नाबालिग से बलात्कार का दोषी ठहराया गया है। और आसाराम को उम्रकैद की सजा सुनाई गई।
योगेंद्र मेहता उर्फ तपस्वी बाबा
तपस्वी बाबा खुद को भगवान कहता था। वह प्रसाद के रूप में भांग की गोलियां खिलाता था। महिलाओं को ऊपर आश्रम में ले जाता। नशे होने के बाद महिलाओं से कहता था कि सब कुछ मेरे हवाले कर दो। इसके बाद वह महिलाओं से रेप करता था। किसी को बताने पर धमकी देता था। जयपुर के भांकरोटा थाने में बाबा के खिलाफ 4 महिलाओं ने दुष्कर्म के आरोप लगाए गए। मामला दर्ज होने के बाद बाबा फरार हो गया था। जांच के बाद योगेंद्र मेहता उर्फ तपस्वी बाबा को गिरफ्तार कर लिया गया।