प्रयागराज के एक अपार्टमेंट मे रहने वाले वकील सनजय सिंह के अपने अपार्टमेंट मे रहने वालो के साथ हुआ था विवाद। पुलिस के पास गए थे मामले को लेकर शिकायत दर्ज करने। जहा उनके साथ मारपीट और बदसलूकी हुई और उन्हें लॉकअप मे दाल दिया गया।
अधिवक्ता संजय सिंह टैगौर टाउन के शिवम विहार अपार्टमेंट में रहते हैं. संजय सिंह ने बताया कि इसी अपार्टमेंट मे संतराम यादव का एक फ्लैट है. जिसमे काफी समय से ताला बंद था . 19 सितंबर को कुछ लड़के लड़कियां उस फ्लैट में किराए पर रहने के लिए आए. रात लगभग 12 बजे वह लोग फ्लैट में शोरगुल करने लगे तो बिल्डिंग में रहने वाले अन्य लोगों ने उनसे इसकी शिकायत की. जिस पर उन्होंने शोर मचा रहे लड़के लड़कियों से इस बारे में पूछा तो वे सब उनसे उलझ गए. इस पर विवाद हो गया. इसी बीच किसी ने जार्ज टाउन थाने पर फोन कर पुलिस बुला ली.
आरोप है कि सब इंस्पेक्टर संजीव कुमार अपने साथ चार कांस्टेबल लेकर आए और बिना बात को पूरी तरीके से समझे संजय सिंह को पीटना शुरू कर दिया. उनको पीटते व गालियां देते हुए घसीट कर थाने ले गए और लॉकअप में बंद कर दिया. उनको सुबह छोड़ा गया.
संजय सिंह ने इसकी शिकायत SSP से की थी. जिस पर एसएसपी ने क्षेत्राधिकारी आस्था जायसवाल को मामले की जांच सौंपी दी . अपार्टमेंट में लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज और जांच में यह साबित हो गया कि संजय सिंह के आरोप प्रथम दृष्टया सही है. रिपोर्ट के आधार पर SSP ने उप निरीक्षक संजीव कुमार, हेड कांस्टेबल जयप्रकाश मिश्रा, कांस्टेबल अनुज, राधेश्याम साहनी और रणविजय सिंह को निलंबित कर विभागीय जांच बैठा दी है.